सरगुजा: अंबिकापुर के ब्रम्हपारा के हिंदी मीडियम स्कूल को बंद करने के लिए प्रक्रिया चल रही है, जिसमें सरकार के आदेश के बाद 8 शिक्षकों के ट्रांसफर कर दिए गए हैं. शिक्षकों के स्थानांतरण के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा कि ब्रम्हपारा स्कूल में संचालित हिंदी मीडियम क्लासेज़ को बंद नहीं किया जाए. उन्होंने ब्रम्हपारा स्कूल से ट्रांसफर किए गए 8 शिक्षकों के स्थानांतरण पर रोक लगाने की मांग की है.
मंत्री सिंहदेव ने पत्र में लिखा है कि सरकार के जारी किए निर्देश में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि हिंदी मीडियम स्कूल को बंद किया जाए. सरकार के आदेश के तहत वर्ष 2020-21 में सिर्फ कक्षा पहली, छठवीं और नवमी की कक्षाओं में प्रवेश नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे भविष्य में ये हिंदी मीडियम स्कूल अंग्रेजी मीडियम में विलीन हो जाएं. मंत्री ने अपने पत्र में सरकार की मंशा के अनुरूप शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश को निरस्त करने की मांग की है, ताकि स्कूल का संचालन चलता रहे.
दिल्ली की तर्ज पर बन रहे स्कूल
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार ने दिल्ली की तर्ज पर प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक मॉडल स्कूल विकसित करने की योजना बनाई है. सरकार के इस निर्देश के तहत सरकारी स्कूलों में बच्चों को अंग्रेजी मीडियम की पढ़ाई कराई जाएगी. इसके लिए जिले में ब्रम्हपारा स्कूल का चयन किया गया है. शासन के निर्देश के तहत शिक्षा विभाग ने स्कूल के उन्नयन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है, लेकिन इस प्रक्रिया के तहत स्कूल के 8 शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया गया, जबकि प्राइमरी, मिडिल और हाई स्कूल मिलाकर यहां कुल 14 शिक्षक पदस्थ थे.
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खतरे में पड़ गया विद्यार्थियों का भविष्य
इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने हिंदी मीडियम स्कूल को दूसरे भवन में शिफ्ट करने की योजना बनाई थी, जिससे इस स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ गया. इसके साथ ही दो स्कूलों के संचालन से अतिरिक्त सेटअप के साथ ही अतिरिक्त खर्च की समस्या भी बढ़ गई थी. इस मामले की शिकायत लोगों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से की, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप ही स्कूल का संचालन किया जाए, लेकिन शिक्षकों के स्थानांतरण को रद्द किया जाए.
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स्कूल का पूर्ण रूप से अंग्रेजी मीडियम में होगा विलय
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शासन की मंशा और दिए गए निर्देशों के बारे में चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर दो पालियों में स्कूल का संचालन किया जाता है, तो सत्र 2020-21 के लिए कक्षा पहली, छठवीं और नवमी में हिंदी मीडियम में कोई नए एडमिशन नहीं होंगे. अब जो भी नए प्रवेश होंगे, वह अंग्रेजी मीडियम में होंगे. कक्षा दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं, सातवीं, आठवीं और दसवीं की पढ़ाई जारी रहेगी. भविष्य में इस स्कूल का पूर्ण रूप से अंगेजी मीडियम में विलय हो जाएगा.
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शिक्षकों के स्थानांतरण रोकने की अपील
टीएस सिंहदेव ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि शासन के निर्देश में हिंदी मीडियम स्कूल को बंद करने का आदेश कहीं भी नहीं है. इसके बावजूद ब्रम्हपारा स्कूल को बंद करने की कार्रवाई की गई. यहां के शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया. उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि ब्रम्हपारा के प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल को बंद किए जाने के लिए शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया गया. शिक्षकों के स्थानांतरण आदेश को निरस्त किया जाए.
ETV भारत से सिंहदेव की बातचीत
इस मामले में मंत्री टीएस सिंहदेव ने ETV भारत से कहा कि ब्रम्हपारा स्कूल में दो पालियों कक्षाएं लगेंगी, जिसमें फिलहाल हिंदी और अंग्रेजी की कक्षाएं लगेंगी. नए सत्र में सिर्फ कक्षा पहली, छठवीं और नवमी में नए प्रवेश नहीं होंगे, साथ ही धीरे-धीरे हिंदी मीडियम स्कूल का विलय इंग्लिश मीडियम स्कूल में हो जाएगा. उन्होंने कहा कि एक प्रस्ताव आया था कि बीटीआई परिसर के पास इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित हो सकता है, लेकिन सरकार की मंशा है कि वर्तमान के हिंदी मीडियम स्कूल को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाए.