सरगुजा: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब भी कोरोना संक्रमित मरीजों को दिया जाने वाले भोजन सामान्य है. ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों को जान जाने का खतरा बढ़ जाता है. संक्रमित मरीजों को विशेष डाइट के साथ भोजन दिए जाने की सलाह लगातार डॉक्टरों की ओर से दी जा रही है. इसके बावजूद उन्हें सामान्य भोजन दिया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने कोविड मरीजों के भोजन के लिए टेंडर जारी कर दिया है, यह टेंडर 27 अक्टूबर तक खुल जाएगा, लेकिन सवाल यह है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी अब तक अस्पताल प्रबंधन टेंडर जारी क्यों नहीं कर सका.
कोरोना संक्रमण की बात की जाए तो संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अब तक कोई दवा नहीं आई है. ऐसे में मरीज के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता सबसे अहम है. बीमारी से लड़ने में अहम योगदान संतुलित भोजन का भी है, जितना पौष्टिक भोजन वे लेंगे उतनी ज्यादा ही रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित होगी. लेकिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं. कभी भोजन में कीड़े निकलने की शिकायत आई तो कभी भोजन की गुणवत्ता सही नहीं पाई गई. यही कारण है कि मरीज अस्पताल में मिलने वाले भोजन को नहीं खाना चाहते हैं.
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100 रुपए प्रति मरीज की दर
अस्पताल प्रबंधन की मानें तो सामान्य मरीजों के जैसे ही कोरोना संक्रमित मरीज के लिए भी एक दिन के खाने का 100 रुपए निर्धारित किया गया है. हैरानी की बात तो यह है कि कोरोना संक्रमण मरीजों के भोजन के लिए डाइट चार्ट बनाया जाता है, ऐसे में महज 100 रुपए में तीन बार नाश्ता और खाना देना सम्भव नहीं है, यदि 100 रुपए प्रति मरीज के हिसाब से भोजन दिया भी जा रहा है तो भोजन की गुणवत्ता का खुद से अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि कोरोना संक्रमित मरीज को 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भोजन दिए जाने को अस्पताल प्रबंधन भी कम मान रहा है और अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि प्रति मरीज भोजन खर्च की दर 100 के बजाए 250 रुपए किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन शासन से अनुमति नहीं मिल पाई है.
टेंडर होने बाद निरस्त
कोरोना संक्रमित मरीजों के भोजन का टेंडर नहीं होने पर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पहले शासन स्तर से सभी मेडिकल कॉलेज के लिए एक साथ टेंडर किया गया था लेकिन उसे खारिज कर दिया गया. अब स्थानीय स्तर से टेंडर जारी करने को कहा गया है. यही वजह है की टेंडर होने में देरी हो रही है. अस्पताल अधीक्षक डॉ. लखन सिंह का कहना है की अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के भोजन के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है और यह टेंडर 27 अक्टूबर को खुलेगा. अभी मरीजों को सामान्य मरीजों का भोजन ही डाइट चार्ट के हिसाब से दिया जा रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों को भोजन के लिए भी प्रति मरीज 100 रुपए ही शासन की ओर से निर्धारित किया गया है.