सरगुजा: परसा ईस्ट और केते बासेन कोल परियोजना में मिट्टी हटाने और कोयला निकालने का काम करने वाली कंपनी सिएरा इंफ्रावेंचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के 350 कर्मचारियों ने 1 साल पुराने बोनस भुगतान को लेकर हड़ताल कर दिया है.
कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने साल 2019-20 के बोनस का भुगतान मार्च महीने में किए जाने का वादा किया था, लेकिन तीन महीने बीतने के बाद भी कर्मचारियों को अब तक बोनस का भुगतान नहीं किया गया है. कंपनी ने इस दौरान लॉकडाउन का बहाना बनाकर भी कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया है.
कंपनी ने लगाया नोटिस
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक बोनस की राशि उनके खाते में नहीं आएगी, तब तक वे काम नहीं करेंगे. इस पर कंपनी ने नोटिस बोर्ड में नोटिस चस्पा कर काम नहीं तो वेतन नहीं के आधार पर श्रम कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही है.
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नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहा प्रबंधन: कर्मचारी
श्रमिक संदीप यादव ने बताया कि कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों से बोनस भुगतान को लेकर कई बार चर्चा कर चुके हैं, लेकिन प्रबंधन ने अब तक केवल आश्वासन दिया है. वहीं दूसरे कर्मचारी ने बताया कि प्रबंधन ने उन्हें साइट पर काम करने के लिए बुला रहा है और आफिस में आने पर नौकरी छोड़कर चले जाने की बात कहता है. कर्मचारियों ने वर्तमान प्रोजेक्ट मैनेजर फिरोज खान पर अपशब्द के प्रयोग का भी आरोप लगाया है.
'धमकी की बात अफवाह'
इधर, मोहम्मद फिरोज खान ने बताया कि कर्मचारी बोनस की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, लेकिन कर्मचारियों को कंपनी से निकालने की बात गलत है. श्रम अधिकारी जी डी प्रसाद ने बताया कि सीएरा कंपनी ने जिस तरह साल 2018-19 का बोनस भुगतान मार्च 2019 महीने में किया गया था उसी तरह तरह 2019-20 का बोनस भुगतान मार्च में किए जाने की बात कही गई थी, लेकिन कंपनी ने अबतक भुगतान नहीं किया है. इस बारे में मैनेजमेंट से बात हुई है. मैनेजमेंट ने 7 दिन का समय मांगा है. एक तारीख तय करने के बाद सभी कर्मचारियों को बोनस का भुगतान किया जाएगा.