सरगुजा: सैनिक स्कूल में पढ़ाई करने का गौरव कौन हासिल नहीं करना चाहता, लेकिन सिर्फ कुछ लोगों को ही इस स्कूल में पढ़ने का मौका मिल पाता है. अब तक सैनिक स्कूल में सिर्फ लड़कों को पढ़ने का मौका मिलता था लेकिन सैनिक स्कूल के इतिहास में पहली बार लड़कियों को भी पढ़ाई करने का मौका मिलने वाला है.
इस बार सैनिक स्कूल में सिर्फ कक्षा 6वीं में छात्राओं को भी प्रवेश की अनुमति मिल गई है, हालांकि छात्राओं के लिए महज 10 सीट ही अलॉट किए गए है, इन 10 सीट पर भी सिर्फ उन छात्राओं को पढ़ाई करने का मौका मिलेगा, जो सैनिक स्कूल की कठिन प्रवेश परीक्षा पास कर सकेंगी.
पहली बार छात्राओं को मिलेगा एडमिशन
दरअसल सैनिक स्कूल में अब तक सिर्फ छात्रों को ही प्रवेश मिलता था, लेकिन इस बार मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस ने छात्राओं को भी देशभर के सभी सैनिक स्कूल में प्रवेश की अनुमति दी है. सबसे बड़ी बात ये है कि सरगुजा के मेंड्राकला में भी छत्तीसगढ़ का एकमात्र सैनिक स्कूल संचालित है. साल 2008 से संचालित सैनिक स्कूल में इस बार छात्राओं को प्रवेश की अनुमति दी गई है. इसे लेकर सैनिक स्कूल प्रबंधन ने भी गाइडलाइन जारी कर दिए है और प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है.
सैनिक स्कूल सरगुजा के इतिहास पर नजर डाले तो अब तक इस सैनिक स्कूल से 12वीं तक के 6 बैच पास आउट हो चुके है, जबकि कई छात्रों को नेशनल डिफेन्स एकेडमी में जाने का मौका भी मिला है. अब तक यह मौका सिर्फ लड़कों को मिलता रहा है, लेकिन इस बार से छात्राओं को भी सैनिक स्कूल में पढ़ने का गौरव हासिल हो सकेगा.
10 सीट अलॉट, होगा कड़ा मुकाबला
सैनिक स्कूल में सिर्फ कक्षा 6वीं में छात्राओं को एडमिशन मिल सकेगा. स्कूल प्रबंधन के अनुसार कक्षा 6वीं के लिए 100 सीट है, जिनमें से 10 सीट इस बार छात्राओं के लिए अलॉट किए गए है. इनमें से भी 7 सीट छत्तीसगढ़ की छात्राओं के लिए अलॉट किया गया है जबकि 3 सीट अन्य राज्यों व केंद्रीय कोटा के लिए है. महज दस सीट छात्राओं के लिए होने से छात्राओं के बीच प्रवेश परीक्षा में भी कड़ा मुकाबला होने वाला है और सिर्फ उन्हें ही इस स्कूल में प्रवेश मिल सकेगा जो लिखित परीक्षा के साथ ही अन्य मापदंडों को पूरा कर सकेंगी.
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27 प्रतिशत ओबीसी कोटा
सैनिक स्कूल में कक्षा 6वीं व 9वीं में प्रवेश के लिए इस बार कुल सीटों में से 27 प्रतिशत सीट ओबीसी के लिए आरक्षित किए गए है. रक्षा मंत्रालय ने इसकी घोषणा भी कर दी है. सैनिक स्कूल प्रबंधन के अनुसार स्कूल की कुल सीटों में से 15 प्रतिशत एससी के लिए आरक्षित है, जबकि 7.5 प्रतिशत एसटी के लिए आरक्षित है. लेकिन इस बार 27 प्रतिशत सीट ओबीसी छात्रों के लिए भी आरक्षित किए गए है. ऐसे में ओबीसी वर्ग के छात्रों को भी सैनिक स्कूल में प्रवेश का आसानी से मौका मिल सकेगा. वहीं कुल सीटों में 67 प्रतिशत सीट छत्तीसगढ़ के छात्रों के लिए होंगे जबकि 33 प्रतिशत सीट अन्य राज्यों व सेंट्रल कोटा के लिए आरक्षित है.
NTA आयोजित कर रही परीक्षा
सैनिक स्कूल के शिक्षा सत्र 2021-22 में प्रवेश की प्रक्रिया 20 अक्टूबर से शुरू कर दी गई है. छात्र-छात्राएं 19 नवम्बर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते है. सैनिक स्कूल प्रबंधन द्वारा वेबसाइट में जारी की गई जानकारी के अनुसार सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा 10 जनवरी 2021 को होगी. इस परीक्षा को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी लेगी. सैनिक स्कूल में कक्षा 6 वीं में वे छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते है जिनकी उम्र 31 मार्च 2021 को 10-12 वर्ष के बीच हो या फिर उनका जन्म 1 अप्रैल 2009 से 31 मार्च 2011 के बीच हुआ हो।.कक्षा 6 वीं में प्रवेश के लिए छात्राओं के लिए भी यही नियम लागू होंगे. इसके साथ ही कक्षा 9 वीं में प्रवेश सिर्फ छात्रों को ही मिलेगा और छात्रों की उम्र 31 मार्च 2021 को 13 से 15 वर्ष के बीच हो या फिर उनका जन्म 1 अप्रैल 2006 से 31 मार्च 2008 के बीच हुआ हो.
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) पहली बार सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने जा रही है. अगले शैक्षणिक सत्र के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है. प्रवेश परीक्षा 10 जनवरी 2021 को आयोजित की जाएगी.