सरगुजा: ETV भारत हमेशा से सामाजिक सरोकार की दिशा में अहम भूमिका निभाता रहा है. ETV भारत पर माता राजमोहिनी देवी के बारे में जानने के बाद सरगुजा जिले की तंबाकू नियंत्रण टीम माता राजमोहनी देवी के घर पहुंची. माता राजमोहिनी देवी के घर के बाहर जागरूकता बैनर लगाकर कार्यक्रम शुरू किया.
माता राजमोहिनी देवी के घर पहुंची तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की टीम
तम्बाकू मुक्त या धूम्रपान मुक्त सरगुजा बनाने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में है. 1 अप्रैल से अभियान का आगाज होगा. अभियान की शुरुआत से पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम नशा मुक्ति के लिए आदर्श माता राजमोहनी देवी के घर पहुंची. गोविंदपुर गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने राजमोहनी देवी के बेटी रामबाई और ग्रामीणों से मुलाकात की. तंबाकू मुक्त सरगुजा अभियान को सफल बनाने के लिए माता राजमोहिनी देवी के विचारों को जाना और उनके ही गांव से इस अभियान का शुभारंभ किया. जल्द ही यह अभियान तेजी पकड़ेगा और सरगुजा में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की टीम, जिला प्रशासन, पुलिस सख्त कार्रवाई करती दिखेगी.
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COTPA 2003 का होगा अक्षरशः पालन
नशा मुक्त समाज की दिशा में सरगुजा जिला प्रशासन व तंबाकू नियंत्रण विभाग बड़ी कवायद करने जा रहा है. COTPA 2003 एक्ट का पूरी तरह पालन कराए जाने की तैयारी है. बड़ी बात यह है की इस अभियान को समाज सेविका पदमश्री राजमोहिनी देवी को समर्पित किया गया है. इससे पहले ETV भारत पर खबर दिखाने के बाद तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में नोडल अधिकारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने एक कार्यशाला में माता राजमोहिनी देवी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके नशा मुक्त समाज को याद करते हुए कार्यशाला की शुरुआत की थी.
माता राजमोहिनी देवी के आदर्शों और विचारों से हुए रूबरू
गोविंदपुर पहुंचे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में नोडल अधिकारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने बताया कि ETV भारत के सौजन्य से उन्हें माता राजमोहनी देवी के योगदान की जानकारी मिली. जिसके बाद उन्होंने माता राजमोहनी देवी के बताए आदर्शों के साथ इस अभियान को चलाने का मन बनाया और इसी वजह से उनकी टीम माता राजमोहनी देवी के घर पहुंची. ग्रामीणों व उनकी बेटी से चर्चा की. चर्चा में उन्होंने जाना कि माता राजमोहिनी देवी ने कैसे लोगों को जोड़कर नशे के खिलाफ अभियान को सफल बनाया.
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2 सौ की जगह 1 हजार जुर्माना
जिले में अब (कोटपा एक्ट 2003) COTPA 2003 के तहत सार्वजनिक स्थान में धूम्रपान करने वालों पर 2 सौ रुपये नहीं बल्कि 1 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. 2 सौ रुपये कोटपा एक्ट और 8 सौ रुपये रेड क्रॉस सोसायटी सरगुजा की तरफ से लगेगा. सोसायटी के अध्यक्ष और जिले के कलेक्टर ने इस जुर्माने का आदेश दिया है. रेड क्रॉस सोसायटी के माध्यम से जुर्माने की राशि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में लगाई जाएगी.
माता राजमोहनी देवी
राजमोहिनी देवी ने अविभाजित मध्य प्रदेश में 1953 में सरगुजा से नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की थी. यह अभियान झारखंड औए यूपी में भी सराहा गया. राजमोहिनी देवी के इस कार्य के लिये उन्हें 1986 में इन्दिरा गांधी पुरस्कार व 1989 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. लेकिन उनके निधन के बाद नशा मुक्ति का अभियान शांत पड़ चुका है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ETV भारत ने राजमोहिनी देवी के संघर्ष की कहानी दिखाई थी. यह भी बताया था कि एक महान महिला समाज सेविका का अभियान उनके बाद शांत पड़ चुका है. ETV भारत की खबर का असर प्रशासन के अभियान पर पड़ा और अब यह अभियान माता राजमोहिनी देवी को समर्पित किया गया है.