सरगुजा: हिन्दू समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से सरगुजा सदन का घेराव किया. पुलिस प्रशासन ने भीड़ को मुख्य द्वार के बाहर ही रोक दिया. जहां लोगों ने मां महामाया की आरती कर अपनी मांगें रखी. प्रदर्शन के दौरान नगर निगम अंबिकापुर की कमिश्नर प्रतिष्ठा ममगई, सभापति अजय अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज ने बाहर आकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत की.
मंदिर का भव्य द्वार बनाने की मांग: हिन्दू समाज की ओर से भरत सिंह सिसोदिया ने कहा कि "शासन द्वारा स्वीकृत 49 लाख 30 हजार रुपये माहमाया द्वार के लिये पर्याप्त नहीं हैं. इसलिए शासन सिर्फ अनुमति दे. हिन्दू समाज अपने पैसे से बहुत भव्य द्वार का निर्माण कराएगा." इसके साथ ही द्वार की ड्राइंग डिजाइन बदल कर भव्य करने और द्वार का निर्माण जल्द से जल्द चालू करने की मांग की है. पूर्व में जिस स्थान पर द्वार बना था, उसी स्थान पर मंदिर का नया द्वार बनाने की मांग भी रखी गई.
सभी मांगों पर बनी सहमति: लोगों की मांग पर कमिश्नर, सभापति और नेता प्रतिपक्ष ने लोगों की सभी मांगों को स्वीकार किया है. जिसके बाद विरोध में आये लोगों ने शहर के 48 पार्षदों और मेयर को ही जिम्मेदारी दी है कि, वही एक भव्य द्वार का स्टेटमेंट और ड्राइंग डिज़ाइन तय कर दें. जिससे ऐसा द्वार बने जो सरगुजा संभाग की पहचान बन सके.
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एमआई ने भेजा था प्रस्ताव: प्रवेश द्वार के साथ ही महामाया मंदिर द्वार से मन्दिर तक भव्य कॉरिडोर बनाने की भी तैयारी है. उसके लिए चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन 22 मार्च को, मेयर इन काउंसिल की बैठक में 49 लाख 30 हजार की लागत से प्रवेश द्वार निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया था. पारित प्रस्ताव के साथ महामाया मन्दिर कॉरिडोर का ड्राइंग-डिजाइन और नक्शा मंजूरी के लिए भेजा गया था.
शासन से मिली स्वीकृति: नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगर में विकास और सौंदर्यीकरण के लिए 20 करोड़ रुपए की राशि जारी की है. साथ ही 20 लाख की लागत से महामाया मन्दिर कॉरिडोर निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है.