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सरगुजा में आफत की बारिश से 15 मकान तबाह, मुआवजे की दरकार - surguja relief camps

अंबिकापुर शहर में आफत की बारिश से 15 मकान तबाह हो गए है. मौके पर अधिकारी और नगर निगम मेयर पहुंचकर जायजा लिया. वहीं कर्मचारियों की हड़ताल के कारण इन प्रभावितों का मुआवजा प्रकरण नहीं बन पाया है. हड़ताल के बाद ही मुआवजे की कार्रवाई आगे बढ़ पायेगी. यह भी पढ़ें:

House collapsed due to rain in Surguja
सरगुजा में बारिश से मकान ढहे
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Published : Aug 28, 2022, 6:18 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: अंबिकापुर शहर में आफत की बारिश हुई. भारी बारिश से शहर के निचले हिस्सों में जल भराव हो गया और निचले इलाकों में बने घरों में पानी भर गया, जबकि बारिश के कारण तीन वार्डों में 15 घरों के साथ ही 17 मकान टूट गए. बारिश के कारण कई बिजली तार पर पेड़ गिर गये. सब स्टेशन में खराबी आने के कारण रात भर शहर अंधेरे में डूबा. इस दौरान प्रभावित क्षेत्र के जनप्रतनिधि, पार्षद, निगम और प्रशासन का अमला रात भर लोगों के घरों से पानी की निकासी के लिए मशक्कत करते रहे. बड़ी बात यह है कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण इन प्रभावितों का मुआवजा प्रकरण नहीं बन पा रहा है. एसडीएम और पटवारी मौके पर आकर प्रकरण तो बना लिए हैं. लेकिन हड़ताल के बाद ही मुआवजे की कार्रवाई आगे बढ़ पायेगी. वहीं वार्ड पार्षद अभी तक प्रभावितों के घरों में राशन और अन्य सामग्री पहुंचा रहे हैं.

सरगुजा में आफत की बारिश से 15 मकान तबाह

स्वास्थ्य मंत्री और मेयर ने लिया जायजा: मंत्री टीएस सिंहदेव, महापौर, श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष, नगर निगम आयुक्त, एसडीएम और प्रशासनिक अमला प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे. अमले ने नुकसान का जायजा लिया और मुआवजा प्रकरण तैयार किए जा रहे है. प्रभावितों को मदद पहुंचाने के लिए सरगुजा सदन में राहत कैंप लगाया गया है. जहां बारिश के कारण बेघर हुए लोगों के रहने-खाने की व्यवस्था की गई है.

45 मिनट में 50 मिमी वर्षा: बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के प्रभाव से सरगुजा में गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश हुई है. महज 45 मिनट में 50 मिमी वर्षा हो गई. इस मूसलाधार बारिश के कारण शहर की निचले बस्तियों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई. लोगों के घरों में पानी घुसने लगा. 12 बजे के बाद लोगों के घरों में पानी भरने की सूचनाए लगातार वार्ड पार्षदों व निगम के अधिकारियों के पास पहुंचने लगी जिसके बाद हड़कंप मच गया.

यह भी पढ़ें: टीएस सिंहदेव का बघेल सरकार पर बयान, कर्मचारियों के भत्ते के लिए सरकार के पास पैसे नहीं

पानी की रफ्तार थी बेहद तेज: तेज बारिश के कारण पानी नालियों के ऊपर से बह रहा था और घर व सड़क एक लेबल पर होने के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया जबकि ज्यादातर सड़कें पानी में पूरी तरह से डूब गई थी. आनन फानन में नगर निगम की टीम को सक्रिय किया गया और जेसीबी के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों से आ रही सूचनाओं के आधार पर जेसीबी वाहनों की मदद से पानी निकासी की व्यवस्था बनाई गई लेकिन इस दौरान ज्यादातर घरों में पानी घुसने से नुकसान हो चुका था.


यह भी पढ़ें: कोरिया के रमदहा जलप्रपात में सात लोग डूबे

तीन वार्डों में गिरे घर : बीती रात हुई बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान महात्मा गांधी वार्ड में हुआ है. महात्मा गांधी वार्ड के केना बांध इलाके में 11 मकान गिरने की सूचना मिली. वहीं 4 ऐसे घर हैं जिनमे रहना खतरे से खाली नहीं है वो कभी भी धराशायी हो सकते हैं. वीर नारायण सिंह वार्ड में 3 लोक नायक जयप्रकाश वार्ड में एक घर गिरने की सूचना है. आज तमाम अधिकारी और जन प्रतिनिधियों ने निरीक्षण किया और वस्तु स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही नुकसान का आंकलन किया. वहीं अब प्रभावितों के हुए नुकसान के लिए मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है.

सरगुजा सदन में बनाया गया राहत केन्द्र: भारी बारिश के कारण 15 घरों के लगभग 50 से 60 लोग बेघर हो गए है. बेघर हुए लोगों के पास अब सिर छिपाने के लिए भी छत नहीं है. ऐसे में जिन लोगों के मकान ध्वस्त हुए हैं उनके लिए सरगुजा सदन को अस्थायी रूप से राहत केंद्र बनाया गया है. बेघर हुए लोगों की वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उनके रहने और खाने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की गई है.

स्वास्थ्य मंत्री ने दस लाख रुपये देने की घोषणा : घरों में पानी भरने और मकान की गिरने की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थिति का अवलोकन किया. उन्होंने प्रभावितों से बात की व सड़क और नालियों का जायजा लिया. बौरी पारा में प्रस्तावित नाला निर्माण के लिए विधायक निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की. उन्होंने निगम के अमले को तत्काल राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.

सरगुजा: अंबिकापुर शहर में आफत की बारिश हुई. भारी बारिश से शहर के निचले हिस्सों में जल भराव हो गया और निचले इलाकों में बने घरों में पानी भर गया, जबकि बारिश के कारण तीन वार्डों में 15 घरों के साथ ही 17 मकान टूट गए. बारिश के कारण कई बिजली तार पर पेड़ गिर गये. सब स्टेशन में खराबी आने के कारण रात भर शहर अंधेरे में डूबा. इस दौरान प्रभावित क्षेत्र के जनप्रतनिधि, पार्षद, निगम और प्रशासन का अमला रात भर लोगों के घरों से पानी की निकासी के लिए मशक्कत करते रहे. बड़ी बात यह है कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण इन प्रभावितों का मुआवजा प्रकरण नहीं बन पा रहा है. एसडीएम और पटवारी मौके पर आकर प्रकरण तो बना लिए हैं. लेकिन हड़ताल के बाद ही मुआवजे की कार्रवाई आगे बढ़ पायेगी. वहीं वार्ड पार्षद अभी तक प्रभावितों के घरों में राशन और अन्य सामग्री पहुंचा रहे हैं.

सरगुजा में आफत की बारिश से 15 मकान तबाह

स्वास्थ्य मंत्री और मेयर ने लिया जायजा: मंत्री टीएस सिंहदेव, महापौर, श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष, नगर निगम आयुक्त, एसडीएम और प्रशासनिक अमला प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे. अमले ने नुकसान का जायजा लिया और मुआवजा प्रकरण तैयार किए जा रहे है. प्रभावितों को मदद पहुंचाने के लिए सरगुजा सदन में राहत कैंप लगाया गया है. जहां बारिश के कारण बेघर हुए लोगों के रहने-खाने की व्यवस्था की गई है.

45 मिनट में 50 मिमी वर्षा: बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के प्रभाव से सरगुजा में गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश हुई है. महज 45 मिनट में 50 मिमी वर्षा हो गई. इस मूसलाधार बारिश के कारण शहर की निचले बस्तियों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई. लोगों के घरों में पानी घुसने लगा. 12 बजे के बाद लोगों के घरों में पानी भरने की सूचनाए लगातार वार्ड पार्षदों व निगम के अधिकारियों के पास पहुंचने लगी जिसके बाद हड़कंप मच गया.

यह भी पढ़ें: टीएस सिंहदेव का बघेल सरकार पर बयान, कर्मचारियों के भत्ते के लिए सरकार के पास पैसे नहीं

पानी की रफ्तार थी बेहद तेज: तेज बारिश के कारण पानी नालियों के ऊपर से बह रहा था और घर व सड़क एक लेबल पर होने के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया जबकि ज्यादातर सड़कें पानी में पूरी तरह से डूब गई थी. आनन फानन में नगर निगम की टीम को सक्रिय किया गया और जेसीबी के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों से आ रही सूचनाओं के आधार पर जेसीबी वाहनों की मदद से पानी निकासी की व्यवस्था बनाई गई लेकिन इस दौरान ज्यादातर घरों में पानी घुसने से नुकसान हो चुका था.


यह भी पढ़ें: कोरिया के रमदहा जलप्रपात में सात लोग डूबे

तीन वार्डों में गिरे घर : बीती रात हुई बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान महात्मा गांधी वार्ड में हुआ है. महात्मा गांधी वार्ड के केना बांध इलाके में 11 मकान गिरने की सूचना मिली. वहीं 4 ऐसे घर हैं जिनमे रहना खतरे से खाली नहीं है वो कभी भी धराशायी हो सकते हैं. वीर नारायण सिंह वार्ड में 3 लोक नायक जयप्रकाश वार्ड में एक घर गिरने की सूचना है. आज तमाम अधिकारी और जन प्रतिनिधियों ने निरीक्षण किया और वस्तु स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही नुकसान का आंकलन किया. वहीं अब प्रभावितों के हुए नुकसान के लिए मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है.

सरगुजा सदन में बनाया गया राहत केन्द्र: भारी बारिश के कारण 15 घरों के लगभग 50 से 60 लोग बेघर हो गए है. बेघर हुए लोगों के पास अब सिर छिपाने के लिए भी छत नहीं है. ऐसे में जिन लोगों के मकान ध्वस्त हुए हैं उनके लिए सरगुजा सदन को अस्थायी रूप से राहत केंद्र बनाया गया है. बेघर हुए लोगों की वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उनके रहने और खाने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की गई है.

स्वास्थ्य मंत्री ने दस लाख रुपये देने की घोषणा : घरों में पानी भरने और मकान की गिरने की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थिति का अवलोकन किया. उन्होंने प्रभावितों से बात की व सड़क और नालियों का जायजा लिया. बौरी पारा में प्रस्तावित नाला निर्माण के लिए विधायक निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की. उन्होंने निगम के अमले को तत्काल राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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