अंबिकापुर: कोरोना संक्रमण के बीच खेती करने के लिए किसानों को एक तरफ खाद और यूरिया की किल्लत से जूझना पड़ा है. बिचौलिए किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं. इसी के साथ ही अब सहकारी समितियों की ओर से भी किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई है. चांदो समिति में किसानों से शासन ने निर्धारित मूल्य से ज्यादा दामों पर खाद और इफको यूरिया की बिक्री की गई है. जिसके बाद किसानों ने अपने साथ हुई इस धोखाधड़ी की शिकायत कलेक्टर से की है.
धान की खेती के दौरान रोपाई करने के बाद किसानों को खाद और यूरिया की किल्लत का सामना करना पड़ा था. जिले के साथ ही सरगुजा संभाग में हुई यूरिया की किल्लत का फायदा बिचौलियों ने उठाया और उन्हें दो गुने दामों पर यूरिया बेचकर उनसे मोटी रकम वसूल की. आलम यह था कि यूरिया के लिए किसानों को सड़क और उतरकर प्रदर्शन करना पड़ा. हालांकि यूरिया की किल्लत को बाद में खाद्यमंत्री की पहल के बाद पूरा किया गया और किसानों को यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध भी कराया गया, लेकिन अब किसानों से सहकारी समिति में ही शासन ने निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत पर यूरिया और खाद बेचे जाने की शिकायतें सामने आ रही है.
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1125 का यूरिया 1350 में मिल रहा
किसानों को यूरिया और खाद का वितरण समिति के जरिए से किया गया. किसानों के अनुसार यूरिया की कीमत शासन ने 267 रुपए प्रति बोरी निर्धारित की है, लेकिन समिति से उन्हें यही यूरिया 297 रुपए प्रति बोरी दिया जा रहा है. इसके साथ ही इफको खाद की कीमत 1125 रुपए निर्धारित है, लेकिन समिति ने 1350 रुपए में इसकी बिक्री की गई है. कोरोना काल में जब किसान भी आर्थिक संकट से जूझ रहे है, ऐसे में उनसे की गई इस धोखाधड़ी से वे खासे नाराज है.
ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
ग्रामीणों के अनुसार लखनपुर क्षेत्र के चांदो समिति से चांदो, कुसु, प्रतापपुर, जमगवां, अमलभिट्ठी, इरगवां, पूटा, बेलदगी, बेलखरीखा, अमदला सहित अन्य गांव के लोगों ने इफको और यूरिया की खरीदी की है. कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ हुई इस धोखाधड़ी के मामले में अपराध दर्ज किया जाए और उनसे वसूल की गई और ज्यादा राशि के अंतर की राशि भी वापस लौटाई जाए. बहरहाल अब देखना यह है कि इस मामले में प्रशासन क्या एक्शन लेता है.