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नगर सरकार: देश के दूसरे सबसे साफ शहर अंबिकापुर में क्या हैं चुनावी मुद्दे ?

अंबिकापुर ने स्वच्छता के मामले में देशभर में नाम कमाया. स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश में अंबिकापुर को 2017 में 15वें सबसे साफ शहर का खिताब दिया गया. 2 लाख की आबादी वाले शहरों में अंबिकापुर पहले पायदान पर रहा. साल 2019 में यह शहर साफ सफाई के मामले में देश में दूसरे स्थान पर रहा.

Election issues in sarguja district
नगर सरकार: अंबिकापुर नगर निगम
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Published : Dec 17, 2019, 6:54 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम में बीते 5 साल से कांग्रेस की सत्ता है. जिला अस्पताल में आरएमओ के पद पर पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय तिर्की अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े थे. इन वर्षों में अंबिकापुर ने स्वच्छता के मामले में देशभर में नाम कमाया. स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश में अंबिकापुर को 2017 में 15वें सबसे साफ शहर का खिताब दिया गया. 2 लाख की आबादी वाले शहरों में अंबिकापुर पहले पायदान पर रहा. स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में अम्बिकापुर 11वें स्थान पर रहा. 2019 में अंबिकापुर ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम करते हुए देश के दूसरे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम किया. अंबिकापुर के मेयर की कुर्सी पर 2 बार बीजेपी का कब्जा रहा है. 2015 में बीजेपी को करारी शिकस्त देते हुए कांग्रेस के डॉ अजय तिर्की ने मेयर की कुर्सी पर कब्जा जमाया.

नगर सरकार: अंबिकापुर नगर निगम

एक नजर अंबिकापुर नगर निगम पर

  • निगम में कुल मतदाताओं की संख्या 1 लाख 23 हजार 136
  • मतदाताओं में कुल 56 हजार 661 पुरुष मतदाता
  • शहर में 57 हजार 109 महिला मतदाताओं की संख्या
  • नगर निगम में 6 थर्ड जेंडर मतदाता भी शामिल
  • अंबिकापुर नगर निगम में कुल 48 वार्ड
  • इस बार मतदान के लिए 137 पोलिंग बूथ बनाये गए हैं
  • 35.36 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में बसा है नगर निगम
  • नगर निगम के लिए चौथी बार होने जा रहा है चुनाव
  • अब तक 2 बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस का कब्जा
  • 1983 से 10 साल तक नगर पालिका के अध्यक्ष रहे हैं टीएस सिंहदेव

अंबिकापुर नगर निगम की समस्याएं

  • धनी आबादी वाले क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क की समस्या
  • स्लम एरिया में नालियों में भराव के कारण गंदगी की समस्या
  • गर्मियों में 10 वार्डों में पानी की भीषण समस्या
  • अमृत मिशन योजना का हाल बेहाल
  • बाइपास सड़क नहीं होने से जाम की समस्या

अंबिकापुर नगर निगम की उपलब्धियां

  • स्वच्छ भारत मिशन के तहत मिशन मूड में सफाई अभियान
  • तीन साल से लगातार स्वच्छता सर्वेक्षण में अग्रसर
  • गार्बेज कैफे जैसी नई योजना के लिए देश भर में प्रसिद्ध

सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम में बीते 5 साल से कांग्रेस की सत्ता है. जिला अस्पताल में आरएमओ के पद पर पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय तिर्की अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े थे. इन वर्षों में अंबिकापुर ने स्वच्छता के मामले में देशभर में नाम कमाया. स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश में अंबिकापुर को 2017 में 15वें सबसे साफ शहर का खिताब दिया गया. 2 लाख की आबादी वाले शहरों में अंबिकापुर पहले पायदान पर रहा. स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में अम्बिकापुर 11वें स्थान पर रहा. 2019 में अंबिकापुर ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम करते हुए देश के दूसरे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम किया. अंबिकापुर के मेयर की कुर्सी पर 2 बार बीजेपी का कब्जा रहा है. 2015 में बीजेपी को करारी शिकस्त देते हुए कांग्रेस के डॉ अजय तिर्की ने मेयर की कुर्सी पर कब्जा जमाया.

नगर सरकार: अंबिकापुर नगर निगम

एक नजर अंबिकापुर नगर निगम पर

  • निगम में कुल मतदाताओं की संख्या 1 लाख 23 हजार 136
  • मतदाताओं में कुल 56 हजार 661 पुरुष मतदाता
  • शहर में 57 हजार 109 महिला मतदाताओं की संख्या
  • नगर निगम में 6 थर्ड जेंडर मतदाता भी शामिल
  • अंबिकापुर नगर निगम में कुल 48 वार्ड
  • इस बार मतदान के लिए 137 पोलिंग बूथ बनाये गए हैं
  • 35.36 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में बसा है नगर निगम
  • नगर निगम के लिए चौथी बार होने जा रहा है चुनाव
  • अब तक 2 बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस का कब्जा
  • 1983 से 10 साल तक नगर पालिका के अध्यक्ष रहे हैं टीएस सिंहदेव

अंबिकापुर नगर निगम की समस्याएं

  • धनी आबादी वाले क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क की समस्या
  • स्लम एरिया में नालियों में भराव के कारण गंदगी की समस्या
  • गर्मियों में 10 वार्डों में पानी की भीषण समस्या
  • अमृत मिशन योजना का हाल बेहाल
  • बाइपास सड़क नहीं होने से जाम की समस्या

अंबिकापुर नगर निगम की उपलब्धियां

  • स्वच्छ भारत मिशन के तहत मिशन मूड में सफाई अभियान
  • तीन साल से लगातार स्वच्छता सर्वेक्षण में अग्रसर
  • गार्बेज कैफे जैसी नई योजना के लिए देश भर में प्रसिद्ध
Intro:सरगुज़ा : संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर की नगर निगम में बीते 5 वर्षो से कांग्रेस की सत्ता रही है, जिला अस्पताल में आरएमओ के पद पर पदस्त हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय तिर्की ने अपने पद से स्तीफा दिया कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की और पूरे 5 वर्षो तक नगर की कमान सम्हाली, इन बीते वर्षो में अम्बिकापुर ने पूरे देश मे नाम कमाया स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुरू किए काम में अम्बिकापुर ने वो काम कर दिखाया की स्वच्छता के लिए पूरा देश अम्बिकापुर की ओर निहार रहा था, जनवरी 2016 में पूरे देश में स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जाने लगा, और स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में अम्बिकापुर को देश मे 15 वें सबसे साफ शहर का खिताब मिला, वहीं 2 लाख की आबादी वाले शहरों में अम्बिकापुर पहले पायदान पर रहा, स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में अम्बिकापुर 11 वें स्थान पर रहा वही 2019 में अम्बिकापुर शहर देश के दूसरे सबसे स्वच्छ शहर के रूप में सामने आया, जाहिर सी बात है की अनुसूचित क्षेत्र का तमगा लिये अम्बिकापुर के लिए यह बड़ी बात थी, पूरा शहर इस दौड़ में खुद को शामिल मानता है और स्वच्छता में कीर्तिमान रचने के लिए नित नए प्रयोग नगर निगम के साथ आम लोग भी करते रहे हैं।

शेड्यूल कास्ट के लिए आरक्षित मेयर की कुर्सी नगर निगम निर्माण के बाद 2 बार जहां भाजपा का कब्जा रहा है और भाजपा के मेयर प्रबोध मिंज ने नगर सरकार चलाई है तो वहीं 2015 से यहां कांग्रेस की सत्ता है और डॉ अजय तिर्की मेयर की कमान सम्हाल रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 1 लाख 23 हजार 136 है जिनमे 56 हजार 661 पुरुष जबकी 57 हजार 109 महिला मतदाता शामिल हैं, यहां 6 थर्ड जेंडर मतदाता भी शामिल हैं, नगर निगम क्षेत्र में 48 वार्ड हैं, जिनमे मतदान के लिए 137 पोलिंग बूथ बनाये जाएंगे, शहर कुल 35. 36 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में बसा हुआ है, नगर निगम के अस्तित्व में आने के बाद यह चौथा चुनाव होने जा रहा है, जिसमे 2 बार भाजपा तो एक बार कांग्रेस की जीत हुई है। सबसे अहम बात यह है की नगर निगम बनने से पूर्व अम्बिकापुर नगर पालिका थी और वर्ष 1983 से लगातार 10 वर्षो तक वर्तमान में प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव अम्बिकापुर नगर पालिका के अध्यक्ष रहे हैं।

आम तौर पर हर नगरीय निकाय की प्रमुख समस्या सड़क बिजली पानी और नाली होती है, यह समस्या अम्बिकापुर के भी कुछ घनी आदाबी वाले क्षेत्रों में देखने को मिलती है, लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को मिशन मूड में साफ रखा जाता है, जिससे सूचना देने और तत्काल नगर निगम द्वारा नालियों को साफ कराया जाता है, कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां नालियों का बहाव सही नही है जिस वजह से नालियों में भराव की वजह से गंदगी रहती है, सड़क कमोबेस पूरे शहर में बनी हुई हैं, गर्मियों में करीब 1 महीने अम्बिकापुर के करीब 10 वार्डो में पानी की समस्या होती है, लेकिन अमृत मिशन योजना के शरू होने से अब वो समस्या भी समाप्ति की ओर है। फिलहाल जो चुनावी मुद्दे हैं उनमें मुख्य रूप से कांग्रेस का पिछला घोषणा पत्र है, जिसमे कांग्रेस ने संपत्ति कर व जलकर आधा करने का वादा किया था, लेकिन यह वादा वह पूरा नही कर पाई, जब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब तक नगर निगम की कांग्रेस इसका ठीकरा प्रदेश सरकार पर फोड़ती रही लेकिन आज एक साल से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और मेयर अजय तिर्की ने टेक्स आधा करने के लिए सरकार की खूब मिन्नतें की है, कई बार नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया से भी यह सवाल किया गया शुरुआत मे तो उन्होंने प्रोसेस में होने का बहाना बना कर बात को टाल दिया लेकिन अब जब निकाय चुनाव आ चुके थे, कांग्रेस के मेयर को अपने मंत्री और सरकार से वायदा पूरा करने की उम्मीद थी तभी नगरी प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने मीडिया से यह स्पष्ट कर दिया की वो टेक्स आधा नही कर सकते नही तो केंद्र से मिलने वाला बजट बंद हो जाएगा, लिहाजा अब इस मुद्दे को विपक्ष जमकर उठा रहा है, इस बार का चुनाव टेक्स आधा करने के वादे पर ही लड़ा जाएगा।

वही शहर में ट्रांसपोर्ट नगर की वर्षो पुरानी मांग पर कांग्रेस और भाजपा दोनों एक दूसरे पर आरोप मढ़ते नजर आ रहे हैं, जहां भाजपा कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में ट्रांपोर्टनगर का वादा याद दिला रही है तो वहीं विधानसभा चुनाव के पहले मंच से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा ट्रांपोर्टनगर बनाने की घोषणा का ठीकरा कांग्रेस भाजपा पर फोड़ रही है। इसके अलावा तेजी से बढ़ते इस शहर को बहोत जल्द बाईपास सड़क की आवश्यकता है, जिसकी स्वीकृति तो हो गई पर निर्माण शहर की बड़ी जरूरत है, भारी वाहन शहर से होकर गुजरते है जिससे यातायात बाधित होना, सड़क दुर्घटना होना, और धूल डस्ट की समस्या से शहर वासी झूझते हैं।

जातिगत समीकरण ऐसा है की मेयर ज्यादातर SC व ST के लिए आरक्षित हैं, और शहर में इस वर्ग की जनसंख्या मेयर के प्रत्यक्ष चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाती थी, लेकिन अब अप्रत्यक्ष चुनाव में इस समाज की संख्या बल का असर कम पड़ेगा।





Body:बाईट01_शुभम (युवा व्यवसायी, चश्मा और स्वेटर पहने हुए)

बाईट02_बसंत लाल (दैनिक कामगार, ब्लू शर्ट में)

बाईट03_सबाना बेगम (घरेलू महिला)

बाईट04_हरमिन्दर सिंह अरोरा (पार्षद विपक्ष, टीका लगाए हैं)

बाईट05_डॉ अजय तिर्की (ब्लैक जैकेट)

देश दीपक सरगुज़ा


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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