सरगुजा : प्रदेश में जहां नगरीय निकाय चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं वहीं भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता एक दूसरे के खिलाफ सियासी बयानबाजी करने से भी नहीं चूक रहे हैं. नगरीय निकाय चुनाव के घोषणा पत्र के विमोचन के लिए अंबिकापुर पहुंची केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में हो रहे ट्राईबल डांस फेस्टिवल में उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है.
रेणुका सिंह ने आपत्ति जताई कि घूम-घूम कर सब को आमंत्रण दिया जा रहा है, लेकिन उन्हें इसकी सूचना तक नहीं मिली है. इसके साथ ही रेणुका सिंह ने ये दावा भी किया कि वो इससे बड़ा आदिवासी महोत्सव आयोजित करेंगी और उस महोत्सव में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाएंगी.
मंत्री अमरजीत ने मजाकिया अंदाज में दिया जवाब
रेणुका सिंह का अगला आरोप प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत पर था, फिर भला अमरजीत कैसे चुप रह जाते. अमरजीत भगत ने भी अपने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया और कहा कि, 'उन्हें इतनी जल्दबाजी क्यों है. हम उन्हें नहीं भूल सकते, जरूर बुलाएंगे. वो तैयार रहें उन्हें नचाएंगे और हम मांदर बजाएंगे.'
इतना ही नहीं मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के लोग अपने प्रधानमंत्री की तरह सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करना जानते हैं.
प्रदेश में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन
दरअसल प्रदेश की कांग्रेस सरकार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन करने जा रही है. इसके लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया जा रहा है. पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह सरगुजा के दौरे पर थीं, यहां उन्होंने भाजपा के निकाय चुनाव के घोषणा पत्र का विमोचन किया और पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा था कि कांग्रेस ने जो आदिवासी नृत्य समारोह रखा है. उसमें सरगुजा के आदिवासी नेताओं को निमंत्रण ना देकर देश विदेश के नेता मंत्रियों को आमंत्रित किया जा रहा है.
'न्योता भेजने पर भी लोगों में नहीं रहता आने का साहस'
वहीं बुधवार को जब पत्रकारों ने रेणुका सिंह की नाराजगी की जानकारी संस्कृति मंत्री को दी तो उन्होंने कहा कि, 'जब पूरे देश के आदिवासी नृत्य को यहां आमंत्रित किया जा रहा है, देश की कला को यहां आमंत्रित किया जा रहा है तो रेणुका सिंह को क्यों छोड़ेंगे, रेणुका सिंह को भी नचाएंगे और हम मांदर झोलेंगे (बजाएंगे).'
भगत ने कहा कि, 'वो तैयारी करें आने के लिए, साहस होना चाहिए आने के लिए. कई बार हम लोग न्योता भेजते हैं, तो आने का साहस ही नहीं रहता लोगों में. केवल राजनीतिक बात करेंगे यह अच्छी बात नहीं है'.