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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे भटगांव का दौरा, जानिए विधानसभा की खास बातें

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सूरजपुर के भटगांव का दौरा करेंगे. इसस पहले भटगांव विधानसभा की खास बातें जानिए...

Bhatgaon Panchayat
भाटगांव पंचायत
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Published : May 7, 2022, 9:07 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले की जनरल विधानसभा सीट भटगांव है. ये सूरजपुर जिले और सरगुजा लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 2,01,123 है. भटगांव क्षेत्रफल की दृष्टि से काफी बड़ी विधानसभा है. उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा तक यह विधानसभा फैली हुई है. प्रदेश में भाजपा के दबंग नेताओं में शुमार रवि शंकर त्रिपाठी 2008 में यहां से विधायक बने थे. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के श्याम लाल जायसवाल को लगभग 34 हजार से अधिक मतों से हराया था. इस चुनाव में रवि शंकर त्रिपाठी को 36, 045 मत मिले थे. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी श्याम लाल जायसवाल को 18,547 मत ही प्राप्त हो सके थे.

यह भी पढ़ें: नक्सलियों ने भूपेश बघेल के वार्ता की पेशकश को सशर्त किया स्वीकार

भटगांव का राजनीतिक लेखा-जोखा: रवि शंकर त्रिपाठी का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया. जिसके बाद भटगांव विधानसभा के लिये उपचुनाव हुए. 2010 में भाजपा ने यहां से रवि शंकर त्रिपाठी की पत्नी रजनी रवि शंकर त्रिपाठी को मैदान में उतारा. इधर कांग्रेस ने कद्दावर किसान नेता वर्तमान मंत्री टीएस सिंहदेव के चाचा यूएस सिंहदेव के मैदान में उतारा. लेकिन भाजपा विधायक के निधन के बाद लोगों की सिम्पैथी भी भाजपा प्रत्याशी के साथ थी. इस मतदान में रजनी त्रिपाठी को 74,098 मत मिले और यूएस सिंहदेव को महज 39,236 मत प्राप्त हुए. 2013 और 2018 में कांग्रेस ने इस विधानसभा का जातिगत समीकरण साध लिया. राजवाड़े बाहुल्य विधानसभा में राजवाड़े प्रत्याशी उतारा और भाजपा ने दोनों ही चुनाव में रजनी त्रिपाठी को रिपीट किया. नतीजन लगातार दो बार से पारस नाथ राजवाड़े यहां से विधायक हैं.

2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर पारस नाथ रजवाड़े ने 67,339 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 7,368 मतों के अंतर से हराया. दूसरा स्थान 59,971 वोटों के साथ रजनी रविशंकर त्रिपाठी का रहा. चुनाव में कुल 1,62,189 मत पड़े थे. कुल 80.64% मतदान हुआ था. वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में पारस नाथ राजवाड़े कांग्रेस को 74,623 मत मिले. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 15,734 मतों से हराया. हारने वाली रजनी त्रिपाठी भाजपा को 58,889 मत प्राप्त हुये थे.

भटगांव का परिचय: भटगांव विधानसभा क्षेत्र मुख्यरूप से खेती और कोल खदानों पर निर्भर है. यहां एसईसीएल की कई कोल खदाने हैं. खदानों में नौकरी करने वाले बाहरी मतदाताओं की संख्या भी अधिक है, लेकिन रजवार समाज के मत इस विधानसभा में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. यह विधानसभा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर को भी टच करती है और फिर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा तक फैली है. इसी विधानसभा में देवी मां का एक प्रसिद्ध मंदिर है. कूदरगढ़ नाम से प्रसिद्ध इस स्थान में मां बागेश्वरी विराजी हैं. ऊंचे पहाड़ पर माता का मंदिर है. नवरात्रों में भारी भीड़ के साथ यहां मेले का आयोजन होता है. मान्यताओं के आधार पर दूर-दूर से श्रद्धालू यहां पहुंचते हैं.

सरगुजा: सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले की जनरल विधानसभा सीट भटगांव है. ये सूरजपुर जिले और सरगुजा लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 2,01,123 है. भटगांव क्षेत्रफल की दृष्टि से काफी बड़ी विधानसभा है. उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा तक यह विधानसभा फैली हुई है. प्रदेश में भाजपा के दबंग नेताओं में शुमार रवि शंकर त्रिपाठी 2008 में यहां से विधायक बने थे. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के श्याम लाल जायसवाल को लगभग 34 हजार से अधिक मतों से हराया था. इस चुनाव में रवि शंकर त्रिपाठी को 36, 045 मत मिले थे. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी श्याम लाल जायसवाल को 18,547 मत ही प्राप्त हो सके थे.

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भटगांव का राजनीतिक लेखा-जोखा: रवि शंकर त्रिपाठी का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया. जिसके बाद भटगांव विधानसभा के लिये उपचुनाव हुए. 2010 में भाजपा ने यहां से रवि शंकर त्रिपाठी की पत्नी रजनी रवि शंकर त्रिपाठी को मैदान में उतारा. इधर कांग्रेस ने कद्दावर किसान नेता वर्तमान मंत्री टीएस सिंहदेव के चाचा यूएस सिंहदेव के मैदान में उतारा. लेकिन भाजपा विधायक के निधन के बाद लोगों की सिम्पैथी भी भाजपा प्रत्याशी के साथ थी. इस मतदान में रजनी त्रिपाठी को 74,098 मत मिले और यूएस सिंहदेव को महज 39,236 मत प्राप्त हुए. 2013 और 2018 में कांग्रेस ने इस विधानसभा का जातिगत समीकरण साध लिया. राजवाड़े बाहुल्य विधानसभा में राजवाड़े प्रत्याशी उतारा और भाजपा ने दोनों ही चुनाव में रजनी त्रिपाठी को रिपीट किया. नतीजन लगातार दो बार से पारस नाथ राजवाड़े यहां से विधायक हैं.

2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर पारस नाथ रजवाड़े ने 67,339 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 7,368 मतों के अंतर से हराया. दूसरा स्थान 59,971 वोटों के साथ रजनी रविशंकर त्रिपाठी का रहा. चुनाव में कुल 1,62,189 मत पड़े थे. कुल 80.64% मतदान हुआ था. वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में पारस नाथ राजवाड़े कांग्रेस को 74,623 मत मिले. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 15,734 मतों से हराया. हारने वाली रजनी त्रिपाठी भाजपा को 58,889 मत प्राप्त हुये थे.

भटगांव का परिचय: भटगांव विधानसभा क्षेत्र मुख्यरूप से खेती और कोल खदानों पर निर्भर है. यहां एसईसीएल की कई कोल खदाने हैं. खदानों में नौकरी करने वाले बाहरी मतदाताओं की संख्या भी अधिक है, लेकिन रजवार समाज के मत इस विधानसभा में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. यह विधानसभा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर को भी टच करती है और फिर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा तक फैली है. इसी विधानसभा में देवी मां का एक प्रसिद्ध मंदिर है. कूदरगढ़ नाम से प्रसिद्ध इस स्थान में मां बागेश्वरी विराजी हैं. ऊंचे पहाड़ पर माता का मंदिर है. नवरात्रों में भारी भीड़ के साथ यहां मेले का आयोजन होता है. मान्यताओं के आधार पर दूर-दूर से श्रद्धालू यहां पहुंचते हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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