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गौठानों से पशु तस्करी पर लगेगा ब्रेक: टीएस सिंहदेव - 1 हजार से ज्यादा गौठान

मंत्री टीएस सिंह देव ने सरगुजा में कहा कि सरकार की महात्वाकांक्षी योजना से बनाए जा रहे गौठान से गौ तश्करी पर ब्रेक लगेगा. मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा गौ तस्करी पर लगेगा ब्रेक Brakes from cattle smuggling will take gauthan

टीएस सिंहदेव ने कहा गौठानों से पशु तश्करी पर लगेगा ब्रेक
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Published : Aug 1, 2019, 10:28 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा : प्रदेश के पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव और जिले के प्रभारी मंत्री शिव कुमार डहरिया ने गुरुवार को नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी योजना के तहत बनाए गए गौठानों का शुभारंभ किया. योजना की शुरुआत अंबिकापुर विकासखंड के सरई टिकरा गांव में बने गौठान से की गई. इसके साथ ही जिले में 34 गौठानों का उपयोग शुरू हो गया है.

गौठानों से पशु तश्करी पर लगेगा ब्रेक

पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव ने ETV भारत से खास बातचीत में बताया कि 'नरवा, गरुवा, घुरवा और बारी योजना के पीछे सरकार की मंशा पशु तस्करी पर रोक लगाना है'. इस दौरान सिंहदेव ने कहा कि 'आज प्रदेश में एक हजार से ज्यादा गौठानों को शुरू कर दिया गया है, जिसमें प्रदेश की 15 प्रतिशत ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है'.

एक गौठान में तकरीबन 22 लाख की खर्च
मंत्री सिंहदेव ने कहा कि 'सरकार एक गौठान में तकरीबन 22 लाख रूपये तक खर्च कर रही है, लेकिन 22 लाख में पक्के और बड़े गौठान बने हैं'. पंचायत मंत्री बोले कि, 'कहीं-कहीं आवश्यकतानुसार सस्ते में भी गौठानों का निर्माण किया गया है. गौठान की उपयोगिता के संबंध में उनका कहना था कि 'लोगों का कितना जुड़ाव होता है इस बात पर ही गौठानों की उपयोगिता समझ आएगी'.

पढ़ें: SPECIAL: जहां से शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री आते हैं, वहीं के बच्चे स्कूल को तरस रहे हैं

आवारा मवेशियों से मिलेगी निजात
बहरहाल शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों से निजात भी भविष्य में इस योजना से मिल सकती है, जिससे शहरी गौठानों के शुभारंभ के बाद, इन मवेशियों को गौठान में रखा जा सकेगा.

सरगुजा : प्रदेश के पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव और जिले के प्रभारी मंत्री शिव कुमार डहरिया ने गुरुवार को नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी योजना के तहत बनाए गए गौठानों का शुभारंभ किया. योजना की शुरुआत अंबिकापुर विकासखंड के सरई टिकरा गांव में बने गौठान से की गई. इसके साथ ही जिले में 34 गौठानों का उपयोग शुरू हो गया है.

गौठानों से पशु तश्करी पर लगेगा ब्रेक

पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव ने ETV भारत से खास बातचीत में बताया कि 'नरवा, गरुवा, घुरवा और बारी योजना के पीछे सरकार की मंशा पशु तस्करी पर रोक लगाना है'. इस दौरान सिंहदेव ने कहा कि 'आज प्रदेश में एक हजार से ज्यादा गौठानों को शुरू कर दिया गया है, जिसमें प्रदेश की 15 प्रतिशत ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है'.

एक गौठान में तकरीबन 22 लाख की खर्च
मंत्री सिंहदेव ने कहा कि 'सरकार एक गौठान में तकरीबन 22 लाख रूपये तक खर्च कर रही है, लेकिन 22 लाख में पक्के और बड़े गौठान बने हैं'. पंचायत मंत्री बोले कि, 'कहीं-कहीं आवश्यकतानुसार सस्ते में भी गौठानों का निर्माण किया गया है. गौठान की उपयोगिता के संबंध में उनका कहना था कि 'लोगों का कितना जुड़ाव होता है इस बात पर ही गौठानों की उपयोगिता समझ आएगी'.

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आवारा मवेशियों से मिलेगी निजात
बहरहाल शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों से निजात भी भविष्य में इस योजना से मिल सकती है, जिससे शहरी गौठानों के शुभारंभ के बाद, इन मवेशियों को गौठान में रखा जा सकेगा.

Intro:सरगुज़ा : प्रदेश के पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव और जिले के प्रभारी मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने गुरुवार को नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत बनाये गए गौठानो का शुभारंभ किया, सरगुज़ा जिले में इस योजना की शुरुआत अम्बिकापुर विकासखंड के ग्राम सरई टिकरा में बने गौठान से की गई, इसके साथ ही जिले भर में कुल 34 गौठान अस्तित्व में आ चुके हैं, और अब इनमे पशुधन के सदुपयोग का काम शुरू किया जाएगा।

शुभारंभ के लिए पहुंचे पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव ने ईटीव्ही भारत से खास बातचीत में बताया की नरवा, गरुवा, घुरवा और बाडी योजना के पीछे सरकार की मंशा यही है, की पशु तस्करी पर रोक लगे, पशुओं के संवर्धन के लिए गौठान बनाये जाएं, और जब गौठान में पशु रखे जाएंगे तो उनके लिए पानी और चारे की व्यवस्था भी हो, इसलिए इस योजना के नाम के आधार पर सारी चीजों को ध्यान में रखा गया है, उन्होंने बताया की आज प्रदेश भर में 1 हजार से अधिक गौठानो को शुरू कर दिया गया है, जिसमे प्रदेश की 15 प्रतिशत ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है, वही दूसरे चरण में 35 प्रतिशत और लोगो की रुचि के आधार पर बाकी के 50 प्रतिशत गांव में यह योजना शुरू की जाएगी।




Body:खर्च और उपयोगिता के संबंध में मंत्री सिंहदेव ने बताया की एक गौठान में 22 लाख तक शासन खर्च कर रही है, लेकिन 22 लाख में पक्के और बड़े गौठान बने हैं, आवश्यकता के अनुसार कहीं कहीं सस्ते में भी गौठानो का निर्माण किया गया है, पैसे कम खर्च हों इस बात का ध्यान भी रखा जा रहा है। गौठान की उपयोगिता के संबंध में उन्होंने बताया की लोगो का कितना जुड़ाव होता है इस बात पर ही गौठानो की उपयोगिता समझ आएगी, कुछ क्षेत्रों में लोग अपने मवेशियों को गौठानो में रखने के परंपरा है तो वहां संख्या अधिक है, कुछ क्षेत्रों में मवेशी कम है, इसके आलवा पंचायत मंत्री ने शहरी क्षेत्रों में सड़क पर आवारा घूम रहे मवेशियो के सवाल पर कहा की जल्द ही शहरी क्षेत्रों में भी गौठान बनाये जाएंगे, इसके लिए जगह चयन करने को कहा गया है, शहरों में जगह मिलना थोड़ा मुश्किल होता है।


Conclusion:बहरहाल शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों से निजात भी भविष्य में इस योजना से मिल सकती है, शहरी गौठानो के शुभारंभ के बाद, इन मवेशियों को गौठान में रखा जा सकेगा।

121_टी एस सिंह देव (स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री)


देश दीपक सरगुज़ा
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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