सरगुजा: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फिर से लॉकडाउन किया गया था. 7 अगस्त को पूरे प्रदेश को अनलॉक भी कर दिया गया. लॉकडाउन के बाद भी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. राज्य में अब तक कोरोना के कुल मामले साढ़े 12 हजार के पार जा चुके हैं. ऐसे में संक्रमण की रोकथाम और ज्यादा से ज्यादा संक्रमितों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई रणनीति तैयार की है. जिसके तहत एक दिन में कम से कम 500 सैंपलों का कलेक्शन करने का लक्ष्य रखा गया है.
कोरोना जांच के लिए लोग जागरूक होकर खुद आगे आएं, इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है. सैंपल कलेक्शन और लोगों को जागरूक करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाए गए हैं. इन कैंप में कोरोना के साथ ही डेंगू और मलेरिया की भी जांच की जा रही है.
रोजाना 500 लोगों का सैंपल लेने का लक्ष्य
CMHO डॉक्टर पीएस सिसोदिया ने बताया कि अब कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए एक नई रणनीति बनाई गई है. इसके तहत कुछ प्रमुख बिंदुओं पर काम किया जाएगा. शहर और ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना की जांच के लिए कम से कम 500 सैम्पल कलेक्शन का प्रतिदिन का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें 200 RT-PCR, 200 ट्रू-नॉट और 100 एंटीजन टेस्ट के सैम्पल लिए जाएंगे. इसके लिए 96 टीमों का गठन किया गया है और दो एम्बुलेंस विशेष रूप से तैयार किए गए हैं.
कोरोना के साथ डेंगू और मलेरिया की भी होगी जांच
डॉक्टर ने बताया कि शहर और गांव दोनों इलाकों में कैंप लगाकर कोरोना जांच के साथ ही डेंगू और मलेरिया की भी जांच की जाएगी. उनका कहना है कि हम कोरोना से तभी जंग जीत सकते हैं, जब समय रहते संक्रमितों की पहचान कर सकें.
उन्होंने कहा कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में यह देखने में आ रहा है कि पढ़े-लिखे नागरिक भी अपनी जांच कराने से कतरा रहे हैं. लोगों को स्वयं से आगे आकर अपनी जांच करानी होगी और अपनी बीमारी के बारे में बताना होगा. कई बार लोग बीमारियों को छिपाते हैं और यही वजह है कि उपचार नहीं मिल पाने के कारण लोगों की मौत भी हो जाती है.
जिले के आंकड़ों पर नजर
- जिले की जनसंख्या-9,25,938
- अब तक कुल हुए टेस्ट 16, 377
- कुल संक्रमित मरीज-265
- ठीक होकर लौटे-229
- एक्टिव केस-34
- जिले में टेस्ट का प्रतिशत-1.1
- जनसंख्या के हिसाब से संक्रमित दर- 0.02
(ये आंकड़े 11 अगस्त सुबह तक के हैं)
संक्रमित पाए जाने पर जल्द किया जाएगा इलाज
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमितों के सैम्पल कलेक्शन करने के साथ ही जांच कर प्रतिदिन कम से कम 200 जांच की रिपोर्ट भी जारी कराने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा लोगों के संक्रमित आने पर उन्हें समय पर अस्पताल और आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कर उपचार मुहैय्या करना पहली प्राथमिकता होगी.
आइसोलेशन सेंटर बनाए जाने की प्रक्रिया जारी
शहर में मेडिकल कॉलेज में 100 बिस्तर वाला कोविड-19 अस्पताल संचालित है. साथ ही सांई हॉस्टल में 50 बिस्तर वाला आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. इसके अलावा दूसरे आइसोलेशन सेंटर बनाए जाने की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने होम आइसोलेशन को लेकर बताया कि अभी पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद हैं और शासन के गाइडलाइन के तहत भविष्य में होम आइसोलेशन पर विचार किया जाएगा.
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दवा दुकानदारों के साथ लैब को भी देनी होगी लोगों की जानकारीCMHO डॉक्टर पीएस सिसोदिया ने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों को सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण हैं. ऐसे लोग शहर की दवाई दुकानों से दवा लेकर खुद ही अपना इलाज कर रहे हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में लैब में भी बुखार और अन्य बीमारियों की जांच हो रही है. दवा दुकान संचालकों को पूर्व में ही पत्र जारी किया गया है कि वे इस तरह की बीमारियों से संबंधित दवा लेने वाले मरीजों के नाम, नंबर नोट करें और हमें जानकारी दें, ताकि उनकी पहचान कर टेस्ट कराई जा सके. लेकिन कोई भी दवा व्यवसायी इस नियम को नहीं मान रहा है. डॉक्टर ने कहा कि अब दवा दुकानों के साथ ही लैब को भी ये जानकारी देनी होगी. इसके लिए आदेश भी जारी किया जा रहा है.