राजनांदगांव: शहर की निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए बारिश आफत बनकर आती है. रामनगर इलाके में भी रहने वाले लोग करीब एक हफ्ते से बारिश के बाद गंदा पानी भरने से परेशान हैं. थोड़ी बारिश के बाद भी निचली बस्तियों में पानी भर जाता है. ETV भारत ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद महापौर ने इन क्षेत्र का दौरा किया है और ड्रैनेज सिस्टम सुधारने के निर्देश दिए हैं. नगर निगम हर साल मानसून से पहले 20 लाख खर्च करता है लेकिन स्थिति कभी नहीं सुधरती है.
महापौर ने ETV भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों मोतीपुर-रामनगर और झुलेलाल वार्ड स्थित इंदिरा नगर नाले की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान महापौर ने पाया कि कई जगह पर जलभराव की स्थिति है. इस पर उन्होंने स्वच्छता प्रभारी अजय यादव को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि निचली बस्तियों में गंदे पानी का जमाव बिल्कुल नहीं होना चाहिए.
राजनांदगांव में मानसून का दिखा असर
दरअसल 14 जून से मानसून ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों में दस्तक दे दी है. दक्षिण पूर्व मानसून रविवार को आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गया है. जिसका असर राजनांदगांव जिले में भी देखा गया. महापौर ने स्वच्छता प्रभारी अजय यादव को जल्द से जल्द शहर की निचली बस्तियों में व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. वहीं टीम गठित कर इलाके में निकासी करने की व्यवस्था के भी निर्देश दिए हैं.
पढ़ें- छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना
छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंच गया है और कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है. मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है.