राजनांदगांव: डोंगरगढ़ ब्लॉक के गांव ढारा के सैकड़ों ग्रामीणों ने गुरुवार को अपनी 20 साल पुरानी मांग को लेकर मुख्यमार्ग पर चक्काजाम किया है. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे सहित कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा भी सौंपा.
मामला ढारा गांव सहित बीस अन्य गांव का भी है, जहां के लोगों ने अपनी बीस साल पुरानी समस्या नहर नाली की मांग को लेकर प्रशासन को अल्टीमेटम देने के बाद गुरुवार को बीच सड़क पर चक्काजाम कर दिया.
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276.36 लाख की राशि स्वीकृति प्रदान की गई थी
ग्रामीणों ने कहा कि नहर नाली नहीं होने से किसानों को किसानी करने में काफी परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है. किसानों की फसल को सिंचाई की सुविधा भी नहीं मिल पाती है. तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी के द्वारा उक्त नाली निर्माण के लिए 276.36 लाख की राशि स्वीकृति प्रदान की गई थी. इसके बाद भी आज तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. इसी मामले में गुस्साए किसानों ने गुरुवार को मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर अपनी मांग को मनवाने की कोशिश की.
ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए और ज्ञापन सौंपा
वहीं आक्रोशित किसानों की समस्या को जानने और चक्काजाम करने के बाद प्रशासन के तरफ से पुलिस बल के साथ अनुविभागीय अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा धरनास्थल पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे सहित कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा. एसडीएम के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ.