राजनांदगांव: राजनांदगांव शहर के गौरव स्थल में भूतपूर्व सैनिकों द्वारा कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ मनाई गई. इस अवसर पर भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को पुष्पाजंलि दी गई. भारत माता के जय घोष के साथ ही अमर जवान के नारे लगाए गए. कारगिल विजय दिवस के आयोजन के अवसर पर एनसीसी के छात्र छात्राओं ने शहर में विजय जूलूस (ictory rally on Kargil Vijay Diwas) निकाला और कारगिल युद्ध में विजय के प्रति देश प्रेम की भावना का (Victory rally on Kargil Vijay Diwas in rajnandgaon) संदेश दिया. कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में शामिल रहे राजनांदगांव जिले के भूतपूर्व सैनिक सूबेदार जॉर्ज विलिस्टिंग ने कारगिल के बारे में बताया.
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"कारगिल विजय से नौजवानों को मिलती है देश प्रेम की प्रेरणा": इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को नमन करते हुए कहा कि "कारगिल विजय से पुलिस के नौजवानों को देश प्रेम की प्रेरणा मिलती है."
कब-कब भारत और पाकिस्तान के बीच हुई जंग: 14 अगस्त 1947 को अस्तित्व में आए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ भारत की अब तक 4 बार जंग हो चुकी है. जिसमें पहला 1947 का भारत-पाक युद्ध, जिसे प्रथम कश्मीर युद्ध भी कहा जाता है, दूसरा 1965, तीसरा 1971 का युद्ध जिसमें पूरी दुनिया ने भारत के शौर्य को देखा. इस युद्ध में पाक के दो हिस्से हुए और एक हिस्सा बांग्लादेश बना. चौथा और अंतिम युद्ध था कारगिल, जिसमें हमेशा की तरह धोखे से कारगिल (Kargil War) की चोटियों पर कब्जा करने वाले पाकिस्तान को फिर से मुंह की खानी पड़ी. हालांकि जानकार बताते हैं इस गुपचुप हमले में पाक आर्मी को शुरुआत में बढ़त मिली, लेकिन भारतीय सेना के जांबाजों ने असंभव को संभव करते हुए हारी हुई बाजी (Victory rally on Kargil Vijay Diwas) पलट दी. 8 मई 1999 में कारगिल में पाकिस्तानी सेना ने युद्ध की शुरुआत कर दी थी. जिसका मुहतोड़ जबाब भारतीय सेना के तीनों विंग ने दिया. भारतीय सेना ने 26 जुलाई को इस युद्ध में विजय प्राप्त की.