राजनांदगांव: ओलावृष्टि से कई एकड़ फसल बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग - राजनांदगांव में ओलावृष्टि
शनिवार को हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कई एकड़ फसले बर्बाद कर दी. इससे परेशान किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
राजनांदगांव: बीते तीन दिनों से मौसम में अचानक आए बदलाव ने क्षेत्र की रबी फसलों को पहले ही नुकसान पहुंच चुका था. इसके साथ ही सब्जी और तिलहन की फसलें शनिवार की सुबह हुए भयानक ओलावृष्टि से बुरी तरह बर्बाद हो गई. जिसके बाद अब किसानों की समस्या बढ़ गई है.
शनिवार सुबह लगभग पौने पांच बजे से लेकर एक घंटे क्षेत्र के ग्राम अर्जुनी, केसला, धौराभांठा, खैरी, मचानपार, तुमड़ीबोड़ सहित कई गांवों में ओलावृष्टि हुई. इससे गेहूं, धान, अरहर, चना सहित सब्जियों की खड़ी फसल जिसमें टमाटर, बैगन, पत्तागोभी, केला, भिंडी, खीरा और खरबूज जैसे फलों को खासा नुकसान पहुंचा है. ये सभी फसलें लगभग पूरी तरह तबाह हो गई हैं. इनमें मुनाफा तो छोड़िए लागत भी निकाल पाना नामुमकिन है.
कई एकड़ फसल बर्बाद
वहीं गांव की सरपंच ने बताया कि बीते तीन दिनों से रूक रूककर बारिश और सामान्य ओलावृष्टि हो रही थी. इससे फसलों को नुकसान तो हो रहा था, लेकिन शनिवार की सुबह हुई ओलावृष्टि ने सैकड़ों एकड़ की फसलों को तबाह कर दिया है.
कश्मीर जैसा था नजारा
एक तरफ जहां बारिश और धुप आपस में आंख मिचौली खेल रहे हैं. वहीं गांवों में हुई ओलावृष्टि ने लोगों को कश्मीर की घाटी का एहसास करा दिया. ग्रामीणों ने बताया कि बर्फ गिरने से पूरे क्षेत्र में लगभग दस सेंटिमिटर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई थी और नजारा कश्मीर के हिल स्टेशन जैसा दिखाई दे रहा था.
मुआवजे की मांग
ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से हुए फसलों के नुकसान की भरपाई की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. वहीं क्षेत्र के लगभग सैकड़ों हेक्टेयर में सब्जी की फसल उगाई जाती है. बीते तीन दिनों की बेमौसम बारिस और ओलावृष्टि से लगभग सभी सब्जी की बाड़िया तबाह हो गई हैं. इसके लिए क्षेत्र के किसान लामबंद होकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं. इधर एसडीएम वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले को सज्ञान में लिया गया है और रविवार जनता कर्फ्यू के बाद प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करवाया जाएगा.