राजनांदगांव: लॉकडाउन की वजह से ठप पड़े काम ने प्रवासी मजदूरों को पैदल ही घर वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया है. राजनांदगांव में भी सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर पहुंचे हैं. इनमें 243 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं, जो बाहर से लौटकर क्वॉरेंटाइन सेंटर में हैं. खैरागढ़ में पैदल वापस लौट रहीं तीन महिलाओं का अस्पताल में प्रसव हुआ है. मां और बच्चे सभी स्वस्थ हैं.
![health test of migrant pregnant women coming from outside states](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rajnandgaon-khairagarh-pregnantwomenpareshan-02-cgc10052_19052020155757_1905f_1589884077_173.jpg)
जिले में लगातार तीन प्रवासी मजदूरों के प्रसव के बाद स्वास्थ्य अमला भी अलर्ट हो गया है. कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने ब्लॉकवार गर्भवती महिलाओं की सूची मांगी है. वहीं क्वॉरेंटाइन में रह रही 243 महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था कराकर स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए कहा गया है, जिससे मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें. सैकड़ों किलोमीटर चलकर बच्चों को जन्म देने वाली प्रसूताओं को स्वास्थ्य विभाग भी सलाम कर रहा है.
![health test of migrant pregnant women coming from outside states](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rajnandgaon-khairagarh-pregnantwomenpareshan-02-cgc10052_19052020155757_1905f_1589884077_399.jpg)
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देश से ऐसी भी तस्वीरें सामने आई हैं, जब रास्ते में ही बच्चे को जन्म देने के बाद मां सैकड़ों किलोमीटर पैदल चली है. मजदूरों की दुर्दशा की खबरों ने सबको कंपा दिया है. सड़क पर बच्चों को कंधे पर लेकर, कभी पीठ पर लाद कर तो कभी धूप में नंगे पांव दौड़ते प्रवासी मजदूरों ने हमारे सिस्टम को आईना दिखा दिया है कि अगर कभी हमने इनके विषय में पहले सोचा होता ये स्थिति न आई होती. उम्मीद है कलेक्टर को जिस लिस्ट मिले उनमें शामिल सभी महिलाओं का सुरक्षित प्रसव हो और बच्चों को अच्छा स्वास्थ्य मिले.