राजनांदगांव: राजीव गांधी प्रयास बालक, कन्या आवासीय विद्यालयों में प्रवेश पाने के जिले के बच्चे फॉर्म भर रहे हाैं. लेकिन भरते समय चिकित्सा प्रमाण पत्र की अनिवार्यता के कारण विद्यार्थियों को मुश्किलों का सामना पड़ रहा है. जिला अस्पताल में चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बच्चों की भीड़ उमड़ पड़ी है. स्कूली बच्चे चिकित्सा के प्रमाण पत्र के लिए भटकते दिखे. जिसके बाद जिला अस्पताल में मेडिकल के लिए विद्यार्थियों से 510 रुपये की फीस ली जा रही है.
तकनीकी त्रुटियों के कारण बच्चे परेशान: प्रयास आवासीय विद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल में त्रुटिवश फॉर्म भरते समय ही चिकित्सा प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया. जबकि फॉर्म भरने के बाद चयनित होने पर ही चिकित्सा प्रमाण पत्र जमा करना पड़ता है. अफसरों के मुताबिक फॉर्म भरने के लिए चिकित्सा प्रमाण पत्र की अनिवार्यता त्रुटिवश हो गई थी, अब इसे हटा दिया गया है. पोर्टल में हुई त्रुटि की वजह से बच्चे और पालक गुमराह होते रहे. इस वजह से बच्चों के साथ ही पैरेंट्स को भी भटकना पड़ रहा.
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मेडिकल के लिए 500 रुपये का शुल्क निर्धारित: सिविल सर्जन डॉ केके जैन ने बताया "मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 500 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है. प्रयास के बच्चों के लिए नियम बनाया गया है कि जिनका चयन हो जाएगा, उन बच्चों का मुफ्त में चिकित्सा प्रमाण पत्र बनाया जाएगा. पिछले साल तक जो बच्चे चयनित होते थे, वे ही प्रमाण पत्र बनवाते थे. लेकिन इस साल नियम में बदलाव होने की वजह से बच्चे और पालक परेशान हो रहे हैं."