राजनांदगांव: प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. लगातार संक्रमितों और कोरोना से मरने वाले लोगों के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है. संकट की इस घड़ी में श्रीराम गौ सेवा समिति मसीहा बनकर काम कर रही है. समिति होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के के लिए पौष्टिक खाना घर पहुंचाकर दे रही है.
खैरागढ़ में श्रीराम गौ सेवा समिति के लोग पहले होम आइसोलेट मरीजों की सूची तैयार करती हैं. उसके अनुसार खाना पैक करते हैं. जरूरतमंद लोगों की जानकारी मिलते ही खाने की पैकिंग में इजाफा करते हैं. सूची तैयार होने के बाद मरीज अपने अनुसार खाना कम या ज्यादा करवा सकते हैं. समिति सभी से अपील कर रही है कि आसपास के जरूरतमंद लोगों की जानकारी मुहैया कराएं.
45 से अधिक घरों तक पहुंचा रहे खाना
गौसेवा समिति ने खाना बनाने के लिए वर्कर रखे हैं. सुबह शाम गरम भोजन तैयार कर पैकिंग की जाती है. रोजना सुबह 11 बजे से खाने की पैकिंग शुरू कर देते हैं. निर्धारित समय पर टिफिन पैक करके डिलिवरी बॉय या खुद टिफिन तैयार करने वाले ही मरीजों तक खाना पहुंचाते हैं. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाता है.शहर के समाजसेवी भी लोगों की सेवा में आगे आए हैं. 15 दिन से शहर के विभिन्न वार्डों में 45 से अधिक घरों तक समिति के सदस्य भोजन पहुंचा रहे हैं.
राजनांदगांव में कोरोना काल में मदद को सामने आए समाजसेवी
शहरवासियों का भी मिल रहा साथ
कोरोना मरीजों की सेवा में लगे समिति के सदस्यों को शहरवासियों का भी साथ मिल रहा है. वर्तमान में लोगों की मदद से ही खाना बनाया जा रहा है. जिनके यहां तेरहवीं या दशगात्र का कार्यक्रम होता है, वे लोग एक दिन के खाने का खर्चा उठाते हैं.
कोरोना मरीजों की सेवा करने की छोटी सी पहल
समिति के सदस्य मारूति शास्त्री का कहना है कि कोरोना मरीजों की सेवा करने के लिए एक छोटी सी पहल शुरू की है. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दोनों समय का भोजन उपलब्ध कराने से उन्हें खाने को लेकर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता. यह व्यवस्था कोरोना के खत्म होने तक जारी रहेगी. मारूति शास्त्री ने शहर के लोगों से अपील की है कि अपने आसपास के जरूररतमंद लोगों की जानकारी दें ताकि उन लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके.
कोरोना प्रोटोकॉल का कर रहे पालन
होम आइसोलेट मरीजों को खाने पहुंचाने वाले अमन पतवा का कहना है कि खाना पहुंचाते समय कोविड के सभी प्रोटोकॉल फॉलो करते हैं. उन्होंने बताया कि टीम बनाकर सभी सदस्य काम कर रहे हैं. खाना गौशाला में ही तैयार किया जाता है.
सुबह 11 बजे शुरू कर देते है खाने की पैकिंग
खाना पैक करने वाले गौतम सोनी का कहना है भोजन तैयार करने के लिए सुबह से ही जुट जाते हैं. सुबह 11 बजे खाने की पैकिंग शुरू कर देते हैं. रात के लिए शाम को 6 बजे खाने की पैकिंग करते हैं. ताकि लोगों को समय पर भोजन मिल सके.