राजनांदगांव : रानी सागर तालाब के तट पर स्थित शनि मंदिर में शनि देव धाम समिति ने दो दिवसीय श्री शनि जन्मोत्सव का आयोजन किया है. इस दौरान रानी सागर और बूढ़ा सागर के किनारे मिट्टी के सवा लाख दीप जलाए गए. जहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने इस आयोजन में हिस्सा लिया. मंदिर समिति ने आज से दो दिवसीय श्री शनि जन्मोत्सव कार्यक्रम के तहत सवा लाख दीपों को जलाने का काम किया. वहीं शनिवार को महाआरती के बाद शाम को प्रसादी भंडारा का भी आयोजन किया जाएगा.
कुम्हारों को दिया गया था ऑर्डर : समिति ने सभी मिट्टी के दीये के लिए स्थानीय कुम्हारों के अलावा जिले के आसपास के गांवों को ऑर्डर दिया था. सवा लाख दीपों की रोशनी से बूढ़ा सागर और रानी सागर जगमगा उठा. सैकड़ों की संख्या में यहां श्रद्धालु मौजूद थे. समिति के संरक्षक राकेश ठाकुर ने बताया कि "यह तीसरा साल है. शनि जन्मोत्सव पर पिछले बार भी 21,000 दीप प्रज्वलित किए थे. हमें प्रेरणा मिली क्यों ना इसे एक नया रूप दिया जाए. इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष इसे व्यापक रुप में मनाया गया. जहां सवा लाख मिट्टी के दीपक जला कर भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव मनाया गया. जिसमें सभी समाज के लोग मौजूद थे. जन्मोत्सव में पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक किया गया"
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सवा लाख दीपों से जगमगाया तालाब : शहर के ऐतिहासिक रानी सागर और बूढ़ा सागर तालाब में सवा लाख दीपों का प्रज्वलन कर भगवान शनि देव के जन्म उत्सव को मनाया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दीप प्रज्वलित कर प्रदेश वासियों के सुख समृद्धि की कामना की.