राजनांदगांव: डोंगरगांव में भगवान गणेश की मूर्ति बनाने और उनकी स्थापना को लेकर मूर्तिकारों और पंडाल समिति के सदस्यों की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में बड़ी संख्या में मूर्तिकार और समितियों के सदस्यगण शामिल हुए. कोरोना संक्रमण को देखते हुए बैठक में एसडीएम ने आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए थे.
इस बैठक में भगवान गणेश की मूर्ति 4 फीट तक ही बनाने के लिए निर्देशित किया गया. इसके साथ ही गणेश पंडाल के लिए भी एक निश्चित साइज तय की गई है. इस संबंध में एसडीएम श्रीसिंह ने बताया कि सामान्य पारंपरिक तौर पर ही भगवान गणेश शहर में अनेक पंडालों में विराजमान होंगे, लेकिन शासन के गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ही पूजन अर्चन किया जा सकेगा.
नियमों का पालन कराना पंडाल समितियों की बड़ी जिम्मेदारी
वहीं पूजा आरती के दौरान इन नियमों का पालन कराना पंडाल समितियों की बड़ी जिम्मेदारी होगी. बैठक के बाद उपस्थित अधिकारियों ने प्रतिमा विसर्जन के लिए नगर पंचायत के पीछे बने गड्ढ़े को कुंड के रूप में उपयोग करने के लिए निरीक्षण किया. मूर्ति विसर्जन इसी स्थल करवाने की बात कही.
बगैर मास्क के बैठक में दिखे तहसीलदार
नगर में एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए प्रशासन लगातार आम नागरिकों को समझाइश दे रहा है. वहीं दूसरी ओर तहसीलदार जैसे जिम्मेदार प्रशासनिक पद में रहते हुए भी भीड़ वाले स्थल में मास्क का उपयोग नहीं करते. इससे आम नागरिकों में विपरीत संदेश जाता है. साथ ही कोरोना संक्रमण का भी खतरी बढ़ जाता है.
बैठक में मूर्तिकार और गणेश पंडाल समिति के सदस्य मौजूद रहे
बता दें कि बैठक में पूरे शहर से मूर्तिकार और गणेश पंडाल समिति के सदस्य उपस्थित हुए थे. साथ ही स्थानीय तहसील कार्यालय में राजनांदगांव लॉकडाउन होने के बावजूद अनेक कर्मचारी तहसील में पहुंच रहे हैं.