राजनांदगांव: जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूर भोथीपार कला गांव में पिछले 5 दिनों से ग्रामीणों ने खुद को कैद कर रखा है. इस गांव में अब तक 60 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. यहां सबसे बड़ी दिक्कत खाने-पीने के लिए सामग्री की है. ऐसे में शहर के समाजसेवियों ने मदद करते हुए गांव में राशन पहुंचाया. जिसकी वजह से गांववाले खुश हैं.
इस गांव में कुल 120 मकान हैं. गांव की आबादी तकरीबन 800 है. यहां के 25 घरों के 60 लोग पूरी तरह से कोरोना पॉजिटिव पाए गए. गांव में 3 लोगों की मौत हो चुकी है. 4 लोग अभी भी शहर के पेंड्री हॉस्पिटल में भर्ती हैं. ग्रामीण डरे हुए हैं.
ग्रामीणों को पहुंचाया जा रहा राशन
पिछले साल की तरह शहर की सेवा भावी संस्था पाताल भैरवी मन्दिर के अध्यक्ष राजेश मारू और कमलेश सिमनकर ने लीलाधर सिंह के मिलकर घुमका स्थित शांति लाल लुनिया और महेंद्र लुनिया के सौजन्य से गांव वालों को राशन और सब्जी मुहैया कराई. भोथीपार गांव के हालात को देखते हुए ग्रामीणों के लिए राशन और सब्जियां पहुंचाई गई हैं.
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लगातार कर रहे हैं मदद
मां पाताल भैरवी संस्था के अध्यक्ष मेहुल मारू ने बताया कि ऐसे गांव जहां पर आने-जाने के साधन नहीं हैं या फिर गांव को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है वहां स्थिति को देखते हुए लगातार मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है.