राजनांदगांव : नए कानून नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) के समर्थन में गुरुवार को शहर में तिरंगा रैली निकाली गई. रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. रैली में संघ के पदाधिकारी भी शामिल हुए. म्युनिसिपल स्कूल ग्राउंड से निकलकर तिरंगा यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी और जयस्तंभ चौक में पहुंचकर इसका समापन किया गया.
आयोजनकर्ता आश्रम समिति ने नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 लाए जाने के समर्थन में सरकार की नीतियों को सही ठहराया है. रैली में बड़ी संख्या में लोग तिरंगा झंडा लेकर शामिल हुए और रैली के दौरान लगातार देशभक्ति गीत और नारे लगते रहे.
समिति के लोगों का कहना है कि 'इस अधिनियम से धर्म के नाम पर जो लोग सताए जा रहे हैं, दूसरे देश में रह रहे, वहां के अल्पसंख्यक हिंदू बौद्ध, जैन, सिख, ईसाई और पारसी जो जान और सम्मान बचाने के लिए भारत आए उन्हें अवैध प्रवासी नहीं माना जाएगा. इनमें से जो लोग 31 दिसंबर 2014 तक भारत आ चुके हैं उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी'.
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'मुस्लिमों को डरने की जरुरत नहीं'
समिति के सदस्यों ने बताया कि 'यह कानून मुस्लिम विरोधी नहीं है भारत के नागरिकों के लिए यह कानून बना ही नहीं है. देश के नागरिक वह चाहे मुस्लिम हो या अन्य किसी संप्रदाय के इस कानून का उनसे कोई संबंध नहीं है. किसी से नागरिकता छीनने के लिए यह कानून नहीं है इसलिए मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है.
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हिंदू असुरक्षित हैं : संतोष पांडेय
रैली में शामिल हुए बीजेपी सांसद संतोष पांडे ने कहा कि 'शहर में सीएए समर्थन में तिरंगा रैली निकाली गई है. भारत सरकार का यह कानून पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने के लिए है. नेहरू-लियाकत समझौता के तहत भारत में रह रहे मुस्लिम पूरी तरीके से सुरक्षित है. लेकिन पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित नहीं है इसलिए यह बिल लाया गया है'.