राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण की वोटिंग में अब तीन दिन ही बचे हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव जिले की सीटों पर बढ़त बनाने के लिए बड़ा दांव चल दिया है. सीएम बघेल ने गुरुवार को राजनांदगांव जिले को संभाग मुख्यालय बनाए जाने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री गुरुवार को शहर के एक निजी होटल में आयोजित व्यापारियों के सम्मेलन में आये थे. जहां उन्होंने यह घोषणा की है.
राजनांदगांव को संभाग मुख्यालय बनाने की घोषणा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव विधानसभा सीट को लेकर बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं. वह लगातार राजनांदगांव विधानसभा सीट का दौरा कर रहे हैं. राजनांदगांव जिले को संभाग मुख्यालय बनाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी, जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुहर लगा दी है. शहर के एक निजी होटल में आयोजित व्यापारी सम्मेलन में राष्ट्रीय करणी सेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय बहादुर सिंह, कांग्रेस महामंत्री बृजेश श्यामकर और चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के सदस्य दुष्यंत दास ने राजनांदगांव को संभाग मुख्यालय बनाने की मांग की. जिस पर मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति दे दी है. उन्होंने व्यापारियों के सम्मेलन के मंच से संबोधित करते हुए साफ तौर पर कहा कि राजनांदगांव को संभाग मुख्यालय बनाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ में कहीं भी अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की व्यवस्था शासन की ओर से की जाएगी, इसकी भी घोषणा की है.
रमन सिंह के सीट पर कांग्रेस की नजर: कांग्रेस की नजर इस चुनाव में राजनांदगांव विधानसभा सीट पर टिकी है. क्योकि राजनांदगांव विधानसभा सीट से पिछले 15 साल से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जीत कर रहे हैं. कांग्रेस हर कीमत पर राजनांदगांव विधानसभा सीट जीतना चाहती है. इसके लिए लगातार कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. प्रदेश के मुखिया सीएम भूपेश बघेल भी यहां धुआंधार प्रचार कर रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान सीएम बघेल लगातार राजनांदगांव की उपेक्षा का मुद्दा उठा रहे है.
चुनावी घोषणा से माहौल बदलने की कोशिश: राजनांदगांव विधानसभा सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है. इस सीट पर पिछले 15 साल से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जीतते आ रहे हैं. भूपेश बघेल सरकार ने राजनांदगांव जिले को दो भागों में बांट कर खैरागढ़ और मोहला मानपुर जिला बनाया है. अब राजनांदगांव जिले को संभाग बनाए जाने की घोषणा से लोगों में खुशी का माहौल बन रहा है. खासकर व्यापारियों में बड़ी उम्मीद जगी है. लंबे समय से राजनांदगांव जिले को संभाग मुख्यालय बनाए जाने की मांग जिलेवासियों द्वारा की जा रही थी. अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद राजनांदगांव विधानसभा सीट का चुनावी समीकरण तेजी से बदलने के आसार दिखाई दे रहे हैं.