राजनांदगांव: डोंगरगांव में लगातार हो रही बारिश के कारण क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं. कई किसानों की फसलें बाढ़ के चलते डूब गई हैं. अगर ऐसी स्थिति लगातार बनी रही तो तटीय और निचले भागों के खेतों में फसलों के लगातार डूबने से किसानों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है. एरिया के चारों बैराज के कैचमेंट एरिया में लबालब पानी भर चुका है. वहीं ऊपरी भागों से लगातार आवक बने होने के चलते चारों बैरॉजों से पानी छोड़ा जा रहा है. इसके चलते नदियां किनारों को पार कर बह रही हैं. बाढ़ के चलते क्षेत्र के अनेक ग्रामों का ब्लॉक मुख्यालय से संपर्क टूट जाने की भी खबर है.
भारी बारिश के चलते ग्रामीण इलाकों में बिजली की समस्या शुरू हो गई है. इसके अलावा आने-जाने वाले रास्तों पर भी बारिश का पानी भर गया है. डोंगरगांव से खुज्जी जाने वाले रोड में पेड़ के गिर जाने से आवागमन बाधित हो गया था, जिसे मौके पर पहुंची 112 और पुलिस टीम की सहायता से बहाल किया गया. जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटे में क्षेत्र के सभी आठ सेंटरों में 100 मिली मीटर से अधिक की वर्षा दर्ज की गई है.
- इनमें सर्वाधिक दीवानभेड़ी में 114 MM
- तुमड़ीबोड़ में 110 MM
- डोंगरगांव में 105.2 MM
- आरी में 110 MM वर्षा दर्ज की गई है.
चारों बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी
मूसलाधार बारिश से इलाके की सभी नदियां उफान पर हैं. बैराज भी अपने उच्चतम जल स्तर पर हैं. स्थिति यह है कि क्षेत्र के सभी बैराजों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सबसे बड़े मोंगरा बैराज से 26 हजार क्यूसेक, सूखा नाला बैराज से 8070 क्यूसेक, घुमरिया नाला और खातूटोला बैरॉज से 4-4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. इससे क्षेत्र की शिवनाथ नदी, सूखानाला, घुमरिया और पैरी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है.
ताक पर सुरक्षा
नगर वासियों समेत आसपास के ग्रामीण प्रकृति का अद्भुत नजारा और बाढ़ की स्थिति को देखने के लिए पुलिया के निकट बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. जहां प्रशासन ना तो बोर्ड लगाया है और नाहि किसी प्रकार की चेतावनी दी है. यहां लोगों की सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं. प्रशासन को जल्द इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.