राजनांदगांव : जिले के ठेकेदारों ने पीएचई जिला कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन (protest of District Contractors ) किया. इस दौरान ठेकेदारों ने अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप भी लगाया है. ठेकेदारों की माने तो कमीशन नहीं देने के कारण उनके बिल अटके पड़े हैं. बिल का भुगतान नहीं होने पर एक ठेकेदार ने आत्मदाह करने की बात भी कही. विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कार्यपालन अभियंता एवं कार्यालय के कर्मचारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस संबंध में उन्होंने कार्यपालन अभियंता के नाम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा (Contractors Association for bill pendency ) है.
बिल क्लीयरेंस के लिए घूस की मांग : ठेकेदारों का कहना है कि ''जल जीवन मिशन के तहत् कार्य कर रहे ठेकेदारों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ठेकेदारों की मांग है कि उनके देयकों का भुगतान खण्ड कार्यालय में आने के पश्चात् 10 दिवस के भीतर होने की व्यवस्था करे. सारे देयकों के भुगतान सुचारू रूप से हो . इसकी व्यवस्था की जाए. इस संबंध में राकेश जोशी ने बताया कि '' आज पीएचई ठेकेदारों के द्वारा कार्यपालन अभियंता की तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. ठेकेदारों की समस्या को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया है. बिल का पैसा पिछले माह की 21 तारीख को आने के बावजूद भुगतान रोका है. जबकि और भी दूसरे जो डिवीजन हैं वहां भुगतान हो गया. राजनांदगांव में 18 करोड़ रुपए आज पर्यंत किसी भी ठेकेदार को भुगतान नहीं हुआ है. हमारा आरोप है कि भुगतान कमीशनखोरी की वजह से रोका गया है.''
जिम्मेदारों ने बताई कुछ और वजह : वहीं ठेकेदारों की शिकायत के बाद जिम्मेदारों का कहना है कि इस संबंध में जो समस्याएं ठेकेदारों ने बताई हैं. उन समस्याओं को ईई के सामने रखा जाएगा. कार्यपालन अभियंता इस मामले में उचित निराकरण करेंगे. उम्मीद है कि किसी को भी किसी प्रकार का कष्ट नहीं होगा. पेमेंट सरकार से आएगा पेमेंट हो ही रहा है सब का पेमेंट हो (bill pendency in Rajnandgaon )जाएगा. छुट्टी होने की वजह से ठेकेदारों का पेमेंट नहीं हो पाया था.Rajnandgaon latest news