राजनांदगांव: मतगणना से पहले शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन ने मॉक ड्रिल अभ्यास किया. प्रशासन को चुनाव आयोग की ओर से निर्देश मिले थे जिसके बाद पुलिस ने किसी भी हंगामे और बवाल से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया. मॉक ड्रिल में 160 से ज्यादा जवानों ने हिस्सा लिया, इस दौरान जवानों के साथ पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे. अभ्यास के दौरान पुलिस टीम ने डॉग स्कवॉड को भी शामिल किया. विधानसभा चुनाव के बाद 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होनी है. वोटों की गिनती बिना हंगामे और विवाद को इसको लेकर चुनाव आयोग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है.
जवानों को मिले हालात से निपटने के टिप्स: राजनांदगांव के पुलिस अधिक्षक मोहित गर्ग के निर्देश पर पुलिस की टीम ने इस मॉक ड्रिल को अंजाम दिया. दरअसल पुलिस की कोशिश है कि वोटों की गिनती जब 3 दिसंबर को जिले में हो उस दौरान किसी तरह का हंगमा या विवाद नहीं हो. अक्सर वोटों की गिनती के वक्त या गिनती के बाद राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता भिड़ जाते हैं. सियासी विवाद और हंगामे से निपटने के लिए ही प्रशासन ने इस मॉक ड्रिल को किया. खुद पुलिस के अधिकारियों ने जवानों का गंभीर स्थिति से निपटने की कई टिप्स दिए. जवानों को ये भी बताया गया कि वो कैसे प्रेशर के दौरान खुद को कूल रखें.
मॉक ड्रिल से मिलेगी मदद: दो चरणों में चुनाव खत्म होने के बाद से असली परीक्षा अब प्रशासन के लिए सफलता के साथ काउंटिंग कराना रह गया है. मतों की गिनती बढ़िया से हो जाए तभी प्रशासन चैन की सांस लेगा. चुनाव में हारने और जीतने के बाद अक्सर विवाद के हालात बन जाते हैं. प्रशासन नहीं चाहता है कि 3 दिसंबर को ऐसे हालात बने, फिर भी अगर कुछ हंगामा होता है तो फिर प्रशासन पूरी तरह से उससे निपटने के लिए खुद को तैयार कर चुका है.