खैरागढ़/राजनांदगांव: ढोर्राडीह में 24 जून को 60 साल के राजवंशी सिदार की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने हत्या के आरोप में भावे के रहने वाले 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हत्या का खुलासा करते हुए एसडीओपी जीसी ने बताया कि आरोपी पन्नू उइके, बघेल सिंह, नर्बदा उइके और छोटे लाल ने मिलकर जादू टोने के शक में गांव के ही बुजुर्ग की गला रेतकर हत्या की थी.
बुजुर्ग को शराब में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया था
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पहले बुजुर्ग के शराब में नशीला पदार्थ मिलाया था. उसके बाद बुजुर्ग के बेहोश होते ही धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी. वारदात के बाद बुजुर्ग के शव को घसीटते हुए पड़ोसी गांव ढोर्राडीह के खेत में ले जाकर फेंक दिया था. बुजुर्ग की लाश मिलने के बाद से गांव में नक्सलियों पर हत्या को लेकर आशंका जताई जा रही थी, लेकिन मामले में पुलिस की प्राथमिक जांच में ही हत्या की पुष्टि हो गई थी.
पढ़ें : मृतक के खाते से निकले 74 हजार रुपये, बैंक मैनेजर ने कहा- 'दिलाएंगे न्याय'
नक्सल वारदात की उड़ी थी अफवाह
दरअसल, बुजुर्ग राजवंशी सिदार की हत्या के बाद नक्सल वारदात की अफवाह उड़ गई थी. वहीं हत्यारों ने भी घटना को नक्सली वारदात बताने के लिए उन्हीं की तरह हत्या को अंजाम देने की कोशिश की थी, लेकिन घटना स्थल से कोई पर्चा नहीं मिलने पर पुलिस ने शक के आधार पर जांच शुरू की. पूछताछ के बाद आरोपियों को पकड़ लिया गया. फिलहाल सभी आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.