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राजनांदगांव: गांव की एक मात्र सड़क जर्जर, सांसद का किया पहला वादा ही रह गया अधूरा

राजनांदगांव शहर की चकाचक सड़कों को देखकर इस गांव के लोग अक्सर हैरान होते हैं और सहसा ही कह उठते हैं कभी हमारे गांव में भी आओ सरकार ताकि कीचड़ से सनी हुई सड़कों और दलदल हो चुके मुख्य मार्ग की तकदीर बदल सकें. आइए आपको बताते है ऐसे ही एक गांव के बारे में.

गांव की एक मात्र सड़क जर्जर
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Published : Oct 3, 2019, 2:39 PM IST

राजनांदगांव: जिला मुख्यालय से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर स्थित है इंदावानी गांव. जहां घुसने के लिए बनाई गई सड़क किसी दलदल से कम नहीं है.
गांव का मुख्य मार्ग पूरी तरीके से जर्जर हो चुका है, बारिश के दिनों में यहां कीचड़ और दलदल के बीच से लोगों को गुजरना पड़ता है. कई बार इस मामले को लेकर गांव के लोगों ने शासन और प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है. गांव के लोगों का कहना है कि गांव की एकमात्र सड़क जर्जर है और बारिश के दिनों में उन्हें आने-जाने में काफी दिक्कतें होती है.

गांव की एक मात्र सड़क जर्जर

बच्चे हो चुके हैं दुर्घटना का शिकार
गांववालों का कहना है कि जर्जर सड़क में पानी और कीचड़ होने से अक्सर स्कूली बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्कूल से आते-जाते के वक्त वे अक्सर छोटी मोटी दुर्घटना का शिकार होते ही रहते हैं. कई बार पंचायत स्तर पर इस बात को उठाया भी गया लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों ने मामले को लेकर आला अफसरों से शिकायत करने की बात कही, इसके बावजूद अब तक ना तो समस्या हल हो पाई है और ना ही कोई भी जनप्रतिनिधि जवाबदारी लेने को तैयार है. इसके चलते गांव के लोगों में आक्रोश भी है.

पूर्व सांसद ने पहले साल ही किया था वादा
गांव के लोगों का कहना है कि सांसद ने अपने कार्यकाल के पहले ही साल 25 दिसंबर को अपने दौरे में गांव की सड़क को ठीक करने का वादा किया था. लेकिन उनके कार्यकाल के पूरे 5 साल गुजरने के बाद भी अब तक सड़क का काम पूरा नहीं किया जा सका.

कई बार गुहार लगाकर थक चुके हैं ग्रामीण
गांव की सरपंच बिंदा बाई का कहना है कि वे कई बार शासन-प्रशासन से इस समस्या को हल करने के लिए गुहार लगा चुकी हैं लेकिन अब तक सड़क नहीं बन पाई है.

राजनांदगांव: जिला मुख्यालय से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर स्थित है इंदावानी गांव. जहां घुसने के लिए बनाई गई सड़क किसी दलदल से कम नहीं है.
गांव का मुख्य मार्ग पूरी तरीके से जर्जर हो चुका है, बारिश के दिनों में यहां कीचड़ और दलदल के बीच से लोगों को गुजरना पड़ता है. कई बार इस मामले को लेकर गांव के लोगों ने शासन और प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है. गांव के लोगों का कहना है कि गांव की एकमात्र सड़क जर्जर है और बारिश के दिनों में उन्हें आने-जाने में काफी दिक्कतें होती है.

गांव की एक मात्र सड़क जर्जर

बच्चे हो चुके हैं दुर्घटना का शिकार
गांववालों का कहना है कि जर्जर सड़क में पानी और कीचड़ होने से अक्सर स्कूली बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्कूल से आते-जाते के वक्त वे अक्सर छोटी मोटी दुर्घटना का शिकार होते ही रहते हैं. कई बार पंचायत स्तर पर इस बात को उठाया भी गया लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों ने मामले को लेकर आला अफसरों से शिकायत करने की बात कही, इसके बावजूद अब तक ना तो समस्या हल हो पाई है और ना ही कोई भी जनप्रतिनिधि जवाबदारी लेने को तैयार है. इसके चलते गांव के लोगों में आक्रोश भी है.

पूर्व सांसद ने पहले साल ही किया था वादा
गांव के लोगों का कहना है कि सांसद ने अपने कार्यकाल के पहले ही साल 25 दिसंबर को अपने दौरे में गांव की सड़क को ठीक करने का वादा किया था. लेकिन उनके कार्यकाल के पूरे 5 साल गुजरने के बाद भी अब तक सड़क का काम पूरा नहीं किया जा सका.

कई बार गुहार लगाकर थक चुके हैं ग्रामीण
गांव की सरपंच बिंदा बाई का कहना है कि वे कई बार शासन-प्रशासन से इस समस्या को हल करने के लिए गुहार लगा चुकी हैं लेकिन अब तक सड़क नहीं बन पाई है.

Intro:राजनांदगांव शहर की चकाचक सड़कों को देखकर इस गांव के लोग अक्सर हैरान होते हैं और सहसा ही कह उठते हैं कभी हमारे गांव में भी आओ सरकार ताकि कीचड़ से सनी हुई सड़कों और दलदल हो चुके मुख्य मार्ग की तकदीर बदल सके ।
जी हां बात कर रहे हैं जिला मुख्यालय से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर स्थित गांव इंदावानी की जहां गांव में घुसने के लिए बनाई गई सड़क ही किसी दलदल से कम नहीं है.


Body:गांव का मुख्य मार्ग पूरी तरीके से जर्जर हो चुका है बारिश के दिनों पर यहां कीचड़ और दलदल के बीच से लोगों को गुजरना पड़ता है कई बार इस मामले को लेकर के गांव के लोगों ने शासन और प्रशासन से शिकायत की लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है गांव के लोगों का कहना है कि गांव की एकमात्र सड़क जर्जर है और बारिश के दिनों में उन्हें आने-जाने में काफी दिक्कतें होती है बारिश का पानी भी सड़क में जाम हो जाता है.
बच्चे हो चुके हैं दुर्घटना का शिकार
गांव वालों का कहना है कि जर्जर सड़क में पानी और कीचड़ होने से अक्सर स्कूली बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है आने जाने के वक्त वह अक्सर छोटी मोटी दुर्घटना का शिकार होते ही रहते हैं कई बार पंचायत स्तर पर इस बात को उठाया भी गया लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों ने मामले को लेकर आला अफसरों से शिकायत करने की बात कही बावजूद इसके अब तक ना तो समस्या हल हो पाई है और ना ही कोई भी जनप्रतिनिधि जवाबदारी लेने को तैयार है इसके चलते गांव के लोगों में आक्रोश भी है।
पूर्व सांसद ने पहले साल ही किया था वादा
गांव के लोगों का कहना है कि सांसद ने पहले ही साल 25 दिसंबर को अपने दौरे के दौरान गांव की सड़क को ठीक करने का वादा किया था लेकिन उनके कार्यकाल के पूरे 5 साल गुजरने के बाद भी अब तक सड़क का काम पूरा नहीं किया जा सका।


Conclusion:कई बार गुहार लगाकर थक चुके
गांव की सरपंच बिंदा बाई का कहना है कि वे कई बार शासन प्रशासन से इस समस्या को हल करने के लिए गुहार लगा चुकी है लेकिन अब तक के सड़क नहीं बन पाई है स्कूली बच्चों को बार-बार कहना पड़ता है लेकिन हम भी प्रयास करके थक चुके हैं।

बाइट सरपंच बिंदा बाई लाल साड़ी में बैठी
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