राजनांदगांव: शहर के रामनगर इलाके में सालों से रेलवे ट्रैक से लगी हुई जमीन के किनारे नाले के सहारे इस इलाके के गंदे पानी की निकासी होती थी, लेकिन रेलवे ठेकेदार ने ट्रैक निर्माण के दौरान इस नाले का अस्तित्व ही मिटा दिया है.
ठेकेदार की इस लापरवाही से गंदे पानी की निकासी ठीक से नहीं हो पा रही है. वहीं बारिश के दौरान पानी और गंदगी के साथ लोगों के घरों तक घुस रहा है.
ठेकेदार ने बरती लापरवाही
ट्रैक निर्माण कार्य में इस तरह लापरवाही बरती है कि इसका सीधा नुकसान रामनगर के रहवासियों को उठाना पड़ रहा है. रेलवे ट्रैक से होकर गुजरने वाले नाले को पूरी तरीके से मिट्टी से पाट दिया गया है. इसकी वजह से बारिश में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
गंदे पानी की नहीं हो पा रही निकासी
वार्डवासियों का कहना है कि 'नाला पटने से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. वहीं वार्ड में सार्वजनिक शौचालय भी संचालित है, जिसका गंदा पानी भी इसी नाले के सहारे वार्ड से बाहर निकलता था, लेकिन नाले को रेलवे के ठेकेदार ने लगभग पाठ दिया है. इसके चलते बारिश के दौरान गंदगी उनके घरों तक घुस रही है. वार्डवासी ने बताया कि गंदगी के चलते उनके बच्चे बीमार भी हो रहे हैं और संक्रमण की शिकायत वार्ड के लोगों में बनी हुई है.
निगम आयुक्त से की गई शिकायत
वार्डवासियों ने नगर निगम आयुक्त से इस मामले में शिकायत की है, लेकिन कार्रवाई अभी तक नहीं की गई और इसी वजह से वार्डवासियों में खासा आक्रोश है.
आयुक्त ने दिए गोलमोल जवाब
नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का इस मामले में कहना है कि, 'वार्डों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए लगातार निगम की टीम सक्रिय है. निगम के स्वास्थ्य अमले को बड़े नालों में गंदे पानी के जमाव नहीं होने और संक्रमण को लेकर लगातार वार्डवासियों को हिदायत देने के निर्देश दिए गए हैं.' हालांकि रामनगर के मामले में वे कुछ भी कहने से बचते रहे, पूरे मामले में उन्होंने गोलमोल जवाब ही दिया.