राजनांदगांव: बालोद जिले के जामड़ीपाठ पाटेश्वर धाम पर वनमंडल अधिकारी ने नोटिस जारी कर दिया था. इसके विरोध में खैरागढ़ पाटेश्वर परिवार ने राज्यपाल के नाम एसडीएम निष्ठा पांडेय तिवारी को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा कि पाटेश्वरधाम देवस्थल पर हजारों वर्षों से बालोद क्षेत्र के आदिवासी समाज पूजा पाठ करते आ रहें हैं.
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ज्ञापन में उन्होंने बताया कि यहां 45 वर्षों से छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तरप्रदेश, उड़ीसा, बिहार, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और देशभर के श्रद्धालुओं के सर्वसमाज के आस्था का केन्द्र है. संत श्रीराम बालकदास महात्यागी ने सनातन धर्म, गौसेवा, समाजसेवा को लेकर यह धर्म संस्था संचालित की थी. इस धाम को बालोद जिले के वन विभाग के वनमंडलाधिकारी ने नोटिस दिया है, जो दुर्भाग्यजनक है. संत बालकदास महात्यागी जामड़ी पाटेश्वर धाम में देशभर के सर्वसमाज के श्रद्धालु भक्तों की दानराशि और सहयोग से कौशल्या जन्मभूमि मंदिर व पंचमुखी हनुमान के विशाल मंदिर का निर्माण करा रहें हैं.साथ ही देशभर में गौसेवा को लेकर संपूर्ण समाज में धर्मसभा के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रहें हैं.
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नोटिस निरस्त करने की मांग
पाटेश्वर परिवार के लोगों ने कहा कि वन मंडलाधिकारी का इस धाम को हटाने के लिए नोटिस दिया जाना बहुत ही निंदनीय है.जिसका खैरागढ़ पाटेश्वर परिवार विरोध करता है. दिए गए ज्ञापन में केन्द्र को हटाने के नोटिस को तत्काल निरस्त करने की मांग की गई है.
आंदोलन करने की चेतावनी
बीजेपी के जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा है कि पूरे विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ता इस नोटिस का विरोध करते हैं और डीएफओ के माध्यम से शासन ने पाटेश्वर धाम को जो नोटिस दिया है, उसे तत्काल वापस करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि तत्काल नोटिस को वापस नहीं लिया गया, तो भारतीय जनता पार्टी कड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगी.इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र जैन, विकेश गुप्ता, शहर मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, महेश गिरी गोस्वामी, भाजयुमो अध्यक्ष आशीष सिंह, सूर्यदमन सिंह, गौशाला समिति अध्यक्ष रामसिंह, सचिव, कोषाध्यक्ष गौतम वर्मा, यतीश साहू सहित बड़ी संख्या में सदस्यगण और भक्तगण उपस्थित थे.