राजनांदगांव: बीजापुर नक्सली मुठभेड़ में शहीद जगत राम कंवर का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद जवान का पार्थिव देह सोमवार को उनके गृह ग्राम आलीखूंटा पहुंचा. जहां जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर समेत ग्रामीणों ने शहीद को नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
शहीद के बेटे ने दी मुखाग्नि
शहीद जगतराम को उनके 18 वर्षीय पुत्र दुर्गेश ने मुखाग्नि दी. शहीद जगतराम कंवर के अंतिम संस्कार में जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी. सभी ने नाम आंखों से उनकी शहादत को नमन करते हुए शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
मुठभेड़ में शहीद हुए थे जगत राम कंवर
बीजापुर जिले के तर्रेम में नक्सलियों की गोलीबारी का जवाब देते हुए शहीद हुए जवानों में राजनांदगांव जिले के आलीखूंटा के वीर सपूत जगतराम कंवर भी शामिल हैं. सोमवार शाम उनका पार्थिव देह उनके गृहग्राम आलीखूंटा पहुंचा. जहां जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर सहित ग्रामीण उनकी शहादत को नमन करने पहुंचे.
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नक्सलियों को दिया मुंहतोड़ जवाब
शहीद जगतराम कंवर 2013 में एसटीएफ में शामिल हुए थे. बीजापुर जिले में नक्सल मोर्चे पर तैनात थे. पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उन्होंने अपनी शहादत दे दी. उनके गृह ग्राम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई.
बच्चों के लिए सरकार से बेहतर शिक्षा की मांग
शहीद जगतराम की पत्नी का कहना है कि उनके पति ने देश के लिए अपनी जान दे दी. अब उनका कोई नहीं है. शहीद की पत्नी कुमारी बाई ने अपने दो बेटियों और एक बेटे के लिए सरकार से बेहतर शिक्षा और अन्य व्यवस्था करने की मांग की है.
केंद्र और राज्य मिलकर लड़ेंगे लड़ाई: मो. अकबर
शहीद जगतराम कंवर को श्रद्धांजलि देने पहुंचे प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि नक्सल मामले में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर योजना बना रही, जिससे इस समस्या समाधान मिलने की उम्मीद है. वहीं राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों में छत्तीसगढ़ में अधिक नक्सली घटनाएं हुई हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना भी साधा. वहीं राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक डीश्रवण कुमार ने कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.