राजनांदगांव : दुर्ग की हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी में BSC प्रथम वर्ष के छात्रों को यूनिवर्सिटी की लापरवाही से कम अंक दिए गए हैं विश्वविद्यालय की इस गलती का छात्र-छात्राओं पर विपरीत प्रभाव देखने मिल रहा है और वे चिंतित हैं कि पेपर अच्छा जाने के बाद उन्हें ऐसे नंबर क्यों मिले हैं?
विद्यार्थी के परीक्षा में शामिल होने के बावजूद मार्कशीट में छात्र-छात्राओं को अनुपस्थिति दर्शाया गया है. हालांकि परीक्षा केंद्र डोंगरगांव कॉलेज की प्राचार्य ने परीक्षार्थियों को मदद का भरोसा दिलाया है.
नहीं मिले सही अंक: छात्र
रिजल्ट आने के बाद जब छात्र-छात्राओं ने मार्कशीट देखी तो उनके होश उड़ गए. छात्रों ने देखा कि उनकी अंकसूची में जिन विषयों में उन्हें अच्छे नंबर मिलने की उम्मीद थी. उन्हीं विषयों में शून्य नंबर दिया गया या एक-दो अंक देकर फेल कर दिया गया. वहीं कुछ विद्यार्थियों को सप्लीमेंट भी दिया गया है.
छात्रों को दिखाया गया गैरहाजिर
स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोंगरगांव के BSC द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें विज्ञान विषय में अनुपस्थित बताया गया है. जबकि वे सभी विषय में उपस्थित थे और विज्ञान के विषय में 0 और तीसरे में 09 नंबर दिया गया है, जो कि गलत है.
एक हजार से ज्यादा छात्रों ने दी थी परीक्षा
इसी प्रकार गणित के पहले और दूसरे पेपर में 0 से लेकर 06 अंक दिए गए. विज्ञान संकाय में कुल 1018 प्राइवेट और नियमित विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी से परीक्षा दी थी.
छात्र-छात्राओं की हर संभव मदद करूंगी: प्रिंसिपल
स्नातकोत्तर महाविद्यालय जो पहले पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से संबद्ध था, इसके बाद इस महाविद्यालय को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग से संबंद्ध किया गया. यूनिवर्सिटी ने छात्रों के परीक्षा परिणाम भी देर से घोषित किए. इस मामले में कॉलेज की प्राचार्य का कहना है कि वो छात्रों की यथासंभव मदद करेंगी.