राजनांदगांव/डोंगरगांव: जिला मुख्यालय राजनांदगांव और अर्जुनी में लॉकडाउन के बाद से डोंगरगांव में बाहरी मदिराप्रेमियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है. इससे कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. बाहरी मदिराप्रेमी भी इस बात को लेकर सतर्क हैं. संक्रमित क्षेत्र या कंटेनमेंट जोन में जाना उनके लिए जोखिम भरा हो सकता है, नतीजन डोंगरगांव को सेफजोन समझकर सभी यहां पहुंच रहे हैं. शराब दुकानों में बाहरी मदिराप्रेमियों की भीड़ आसानी से देखी जा सकती है. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से संचालित नगर के शासकीय शराब दुकान के पास कई शराब दुकान अवैध रूप से संचालित है.
संक्रमण को लेकर बेखबर विभाग!
कोरोना संक्रमित क्षेत्र राजनांदगांव और अर्जुनी की शराब दुकानें बंद होने के बाद विभाग यह बात भलीभांति जानता है कि इन क्षेत्रों के मदिराप्रेमी भी डोंगरगांव और दूसरे क्षेत्र में जाएंगे. ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कोई भी कारगर उपाय अब तक नहीं किये गए हैं. शासन की ओर से शराब दुकान खोले जाने के आदेश के बाद विभाग ने शराब दुकान में बेरीकेटिंग कर खानापूर्ति तो कर दी है. लेकिन ग्राहकों को बगैर मास्क और बिना सैनिटाइजेशन के शराब बेची जा रही है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है.
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ताक पर सोशल डिस्टेंसिंग
शराब दुकान के काउंटर में मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों को ताक पर रख दिया गया है. हालात यह है कि सेल के चक्कर में सेल्समैन बेरीकेड को किनारे कर भीड़ को खुला निमंत्रण दे रहे हैं. बता दें कि राज्य शासन ने लॉकडाउन के बाद शराब दुकान खोले जाने को लेकर गाइडलाइन तैयार की थी. जिसमें बैरीकेडिंग से लेकर सैनिटाइजेशन और अन्य सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी किये गए थे. लेकिन शराब दुकान में इसका पालन होता नहीं दिख रहा है. सेल्समैन भी बगैर मास्क वालों को धड़ल्ले से शराब बेच रहे हैं.