राजनांदगांव: लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की बदहाल हालत को दुरुस्त करने के लिए बाघनदी बॉर्डर में तैनात ITBP की 38वीं वाहिनी ने सेवाभाव दिखाते हुए मजदूरों की सुध ली है. बॉर्डर पर बड़े पैमाने पर थके-प्यासे पहुंच रहे मजदूरों के प्रति उदारता का परिचय देते हुए ITBP के जवान पूरी शिद्दत के साथ मदद के लिए सामने आ रहे हैं. ITBP ने मजदूरों की भूख और प्यास को दूर करने का काम किया है. सिविक एक्शन प्लान के तहत 38वीं वाहिनी की तरफ से खाने के पैकेट के साथ-साथ मजदूरों को छाछ भी दी जा रही है.
जो भी मजदूर प्रदेश की सीमा को पार कर राजनांदगांव पहुंच रहे हैं ITBP उनकों खाने -पीने की सुविधा दे रहा है. इसके अलावा शारीरिक परेशानी से त्रस्त मजदूरों को डॉक्टरों की सलाह के बाद दवाई भी दी जा रही है. इस संबंध में डिप्टी कमांडेंट रंजन कुमार ने कहा कि कमांडेंट नरेन्द्र सिंह के दिशा-निर्देश पर सिविक एक्शन प्लान के तहत मजदूरों को मदद की जा रही है. ITBP सामाजिक सरोकार से जुड़ते हुए यह प्रयास कर रहा है.
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सूखा खाद्य पदार्थ दिया जा रहा
बाघनदी बॉर्डर में ITBP की टीम मजदूरों को खाने का सूखा सामन भी दे रही है, जिसे वह अपने पास रख सके और बाद में इस्तेमाल कर सके. मजदूरों की तकलीफ को दूर करने की कोशिश में जुटे ITBP के आलाधिकारी और अन्य जवान हरसंभव मजदूरों की दशा को सुधारने में मदद कर रहे हैं. ITBP के इस प्रयास की जमकर सराहना हो रही है. ITBP 24 घंटे बार्डर में मजदूरों की देखभाल के लिए डटा हुआ है.