राजनांदगांव: डोंगरगांव के गेस्ट हाउस में बंदरों के बीच झड़प हो गई, जिसमें एक नर बंदर घायल हो गया. वन विभाग ने बंदर को रेस्क्यू किया. इलाज के बाद बंदर को नर्सरी में रखा गया है. रेस्क्यू के दौरान बंदरों ने वन विभाग और PWD विभाग के कर्मियों पर भी हमला कर दिया था. आसपास वन परिक्षेत्र होने के कारण अक्सर वन्यजीव खासकर बंदर रहवासी इलाकों में आ जाते हैं.
रेस्ट हाउस पहुंचे बंदरों के एक गुट में आपसी विवाद हो गया. इस दौरान झड़प में एक नर बंदर घायल हो गया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के BPM राकेश कुर्रे ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी. वन अमले ने उस बंदर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन बंदरों के दल ने वन अमले और उनका साथ दे रहे PWD कर्मचारियों पर हमला कर दिया.
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बंदर बुरी तरह घायल हो गया था, फिर भी वह वन विभाग की पकड़ में नहीं आ रहा था. इसी दौरान बंदर एक PWD कर्मचारी के घर में घुस गया. जिसके बाद अमले ने उसे पकड़कर उसका इलाज कराया. इलाज के लिए घायल बंदर को पशु चिकित्सालय ले जाया गया. जहां डॉक्टर महेश केशरिया और डॉबीडी साहू ने घायल बंदर का सफल ऑपरेशन किया.
संसाधनों का अभाव
डोगरगांव से 2 वन परिक्षेत्र लगते हैं. अंचल में वन विभाग के दो रेंज हैं, जिसमें से एक का मुख्यालय राजनांदगांव में हैं. अक्सर वन्यजीवों से जुड़ी समस्या सामने आती रहती है, लेकिन वन विभाग के पास संसाधनों की भारी कमी है. बंदर का रेस्क्यू करने पहुंचे वन अमले के पास सिर्फ डंडे का सहारा था.