राजनांदगांव : किसानों को जागरूक करने के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव के संयुक्त तत्वाधान में किसानों को जैविक खाद उपयोग करने के लिए एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों को विशेषज्ञों की ओर से जानकारी दी गई. इस सेमिनार में कृषि विभाग के अधिकारी और कृषि अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों सहित किसान मौजूद रहे.
किसानों को फसल उत्पादन में वृद्धी के दिए सुझाव
- रबी की फसल के लिए ज्यादा रासायनिक खाद का उपयोग न करें. ज्यादा जैविक खादों का उपयोग कर उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं.
- सेमिनार में किसानों को जैविक खाद का ज्यादा उपयोग करने के लिए विस्तार से जानकारी दी गई.
- किसानों को मृदा परीक्षण के बाद ही खाद का चयन करने को कहा गया.
अधिकारियों ने बताया कि, 'किसानों को खरीफ की फसल की कटाई के बाद रबी की फसल लेने से पहले मृदा का परीक्षण करवाकर कार्ड बना लेना चाहिए, ताकि उसी आधार पर जैविक खादों का उपयोग किया जा सके'.
पढ़ें- असली के बदले तीन गुना नकली नोट देने का झांसा देकर उड़ाए 35 हजार, एक गिरफ्तार
रासायनिक खाद के नुकसान भी बताए
किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों से आए कृषि वैज्ञानिकों ने बिना मृदा परीक्षण के खेतों में खाद का उपयोग करने पर मिट्टी को होने वाले नुकसान के विषय में विस्तार से बताया है. वहीं जैविक खाद के जरिए किस तरीके से खेती में उत्पादन बढ़ाया जा सकता है इस पर भी विस्तार से किसानों को जानकारी दी गई.