ETV Bharat / state

नेक पहल: शादी के कार्ड के साथ मेहमानों को पौधों के बीज भेज रहा ये परिवार

क्या आपने कभी सोचा है कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किस तरीके से लोगों को जोड़ा जा सकता है. राजनांदगांव के श्रीवास्तव परिवार ने ऐसा प्रयोग किया है, जो किसी मिसाल के कम नहीं.

डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Jun 23, 2019, 10:35 PM IST

Updated : Jun 24, 2019, 11:02 AM IST


राजनांदगांव: बेटे की शादी को यादगार बनाने के लिए परिवार ने आमंत्रण पत्र के साथ फलदार पेड़ के बीज देने का भी फैसला लिया है. मसलन हर इंविटेशन कार्ड के साथ फलदार वृक्ष के बीज दिए जा रहे हैं.

स्पेशल स्टोरी

25 जून को बड़े बेटे की शादी
इस काम के पीछे की वजह यह है कि, जिन्हें आमंत्रण मिल रहा है वे अपने घरों में इन बीजों को बोएं, ताकि इससे तैयार होने वाले पेड़ आगे चलकर फल देने के साथ पर्यावरण संरक्षण भी कर सकें. श्रीवास्तव परिवार 25 जून को बड़े बेटे की शादी करने जा रहा है. इसके लिए उन्होंने हस्तलिखित आमंत्रण पत्र तैयार किए हैं.

आधा दर्जन पौधों के बीज भेजे
आमंत्रण पत्र के जरिए फलदार और छायादार वृक्ष के बीज मेहमानों को भेजने के सुझाव के संबंध में आमोद श्रीवास्तव ने बताया कि 'बड़े बेटे की शादी में उन्होंने कुछ अलग करने की सोच रखी थी, अपनी पत्नी से बात करने के बाद उन्होंने इस प्रयोग को अमलीजामा पहनाया. सबसे पहले उन्होंने हस्तलिखित आमंत्रण पत्र तैयार किए और इनमें करीब आधा दर्जन अलग-अलग फलदार और छायादार वृक्षों के बीच लेकर आमंत्रण पत्र के साथ संलग्न किया.

पर्यावरण बचाने की मुहिम
श्रीवास्तव परिवार अब तक रिश्तेदारों और परिचितों को 350 कार्ड बांट चुका है. इन आमंत्रण पत्रों में अलग-अलग तरह के पेड़ों के बीज भी मेहमानों को भेजे गए हैं और उनसे विशेष आग्रह भी किया गया है कि वे इन बीजों को अपने घर में स्थान दें और इन बीजों से एक वृक्ष का निर्माण करें, ताकि पर्यावरण को बचाने की दिशा में उनका भी योगदान हो सके.

फल के साथ मिलेगी छाया
अमोद ने बताया कि 'इस प्रयोग के जरिए अगर मेहमान और रिश्तेदार सहयोग करें तो बीजों का सही उपयोग होगा. वहीं इन बीजों से एक वृक्ष का निर्माण होगा जिससे पर्यावरण को बचाने में सहायता मिलेगी और इसके साथ ही मेहमानों दे दिल में श्रीवास्तव परिवार के लिए उनके मन में एक बेहतर और अमिट छवि भी तैयार होगी'.

500 और कार्ड बांटने की तैयारी
350 कार्ड बांटे गए हैं और तकरीबन 500 कार्ड बांटने की तैयारी की जा रही है. सभी के लिए समान रूप से कार्ड में बीज भेजे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस प्रयोग के जरिए अगर उन्हें 25% भी सफलता मिलती है तो उनका यह प्रयोग सफल हो जाएगा.


राजनांदगांव: बेटे की शादी को यादगार बनाने के लिए परिवार ने आमंत्रण पत्र के साथ फलदार पेड़ के बीज देने का भी फैसला लिया है. मसलन हर इंविटेशन कार्ड के साथ फलदार वृक्ष के बीज दिए जा रहे हैं.

स्पेशल स्टोरी

25 जून को बड़े बेटे की शादी
इस काम के पीछे की वजह यह है कि, जिन्हें आमंत्रण मिल रहा है वे अपने घरों में इन बीजों को बोएं, ताकि इससे तैयार होने वाले पेड़ आगे चलकर फल देने के साथ पर्यावरण संरक्षण भी कर सकें. श्रीवास्तव परिवार 25 जून को बड़े बेटे की शादी करने जा रहा है. इसके लिए उन्होंने हस्तलिखित आमंत्रण पत्र तैयार किए हैं.

आधा दर्जन पौधों के बीज भेजे
आमंत्रण पत्र के जरिए फलदार और छायादार वृक्ष के बीज मेहमानों को भेजने के सुझाव के संबंध में आमोद श्रीवास्तव ने बताया कि 'बड़े बेटे की शादी में उन्होंने कुछ अलग करने की सोच रखी थी, अपनी पत्नी से बात करने के बाद उन्होंने इस प्रयोग को अमलीजामा पहनाया. सबसे पहले उन्होंने हस्तलिखित आमंत्रण पत्र तैयार किए और इनमें करीब आधा दर्जन अलग-अलग फलदार और छायादार वृक्षों के बीच लेकर आमंत्रण पत्र के साथ संलग्न किया.

पर्यावरण बचाने की मुहिम
श्रीवास्तव परिवार अब तक रिश्तेदारों और परिचितों को 350 कार्ड बांट चुका है. इन आमंत्रण पत्रों में अलग-अलग तरह के पेड़ों के बीज भी मेहमानों को भेजे गए हैं और उनसे विशेष आग्रह भी किया गया है कि वे इन बीजों को अपने घर में स्थान दें और इन बीजों से एक वृक्ष का निर्माण करें, ताकि पर्यावरण को बचाने की दिशा में उनका भी योगदान हो सके.

फल के साथ मिलेगी छाया
अमोद ने बताया कि 'इस प्रयोग के जरिए अगर मेहमान और रिश्तेदार सहयोग करें तो बीजों का सही उपयोग होगा. वहीं इन बीजों से एक वृक्ष का निर्माण होगा जिससे पर्यावरण को बचाने में सहायता मिलेगी और इसके साथ ही मेहमानों दे दिल में श्रीवास्तव परिवार के लिए उनके मन में एक बेहतर और अमिट छवि भी तैयार होगी'.

500 और कार्ड बांटने की तैयारी
350 कार्ड बांटे गए हैं और तकरीबन 500 कार्ड बांटने की तैयारी की जा रही है. सभी के लिए समान रूप से कार्ड में बीज भेजे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस प्रयोग के जरिए अगर उन्हें 25% भी सफलता मिलती है तो उनका यह प्रयोग सफल हो जाएगा.

Intro:राजनांदगांव. आपने कभी सोचा है कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किस तरीके से लोगों को जोड़ा जा सकता है नहीं ना लेकिन संस्कारधानी राजनांदगांव शहर के श्रीवास्तव परिवार में ऐसा प्रयोग किया है जिसके जरिए वे अपने बेटे की शादी को यादगार बना रहे हैं इसके साथ ही जितने आमंत्रण पत्र तैयार किए हैं उतने ही फलदार और छायादार वृक्ष तैयार करने की सोच रखी है इसके लिए वे आमंत्रण पत्र के साथ मेहमानों को और रिश्तेदारों को फलदार और छायादार वृक्ष के बीज भी भेज रहे हैं ताकि वे उन्हें अपने घरों में इन्हें स्थान दें इससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पेड़ भी तैयार होंगे और साथ ही श्रीवास्तव परिवार के लिए एक अमित स्मृति भी.


Body:राजनांदगांव शहर के किलापारा में निवास करने वाले श्रीवास्तव परिवार 25 जून को अपने सबसे बड़े सुपुत्र का विवाह करने जा रहा है इसके लिए उन्होंने हस्तलिखित आमंत्रण पत्र तैयार किए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि इन हस्तलिखित आमंत्रण पत्रों के साथ रिश्तेदारों और मेहमानों को फलदार एवं छायादार वृक्ष के बीज भी भेंट किए जा रहे हैं ताकि लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित किया जा सके इसके साथ ही वृक्ष लगाकर पर्यावरण को बचाया जा सके.
ऐसे आया आईडिया
आमंत्रण पत्र के जरिए फलदार और छायादार वृक्ष के बीज मेहमानों को भेजने के सुझाव के संबंध में आमोद श्रीवास्तव ने बताया कि अपने सबसे जेष्ठ पुत्र की शादी में उन्होंने कुछ अलग करने की सोच रखी थी अपनी श्रीमती से चर्चा करने के बाद उन्होंने इस प्रयोग को मूर्त रूप देने की सूची इसके लिए सबसे पहले उन्होंने हस्तलिखित आमंत्रण पत्र तैयार किए और इनमें करीब आधा दर्जन अलग-अलग फलदार और छायादार वृक्षों के बीच लेकर आमंत्रण पत्र के साथ संलग्न किया।
अब तक 350 कार्ड बांटे गए
श्रीवास्तव परिवार ने अब तक रिश्तेदारों और परिचितों को 350 कार्ड बांट दिए हैं इन आमंत्रण पत्रों में अलग अलग प्रजाति के वृक्षों के बीज भी मेहमानों को भेजे गए हैं और उनसे विशेष आग्रह भी किया गया है कि वे इन बीजों को अपने घर में स्थान दे और इन बीजों से एक वृक्ष का निर्माण करें ताकि पर्यावरण को बचाने की दिशा में उनका भी योगदान हो सके।
निशानी रहेगी पर्यावरण बचेगा
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रयोग के जरिए अगर मेहमान एवं रिश्तेदार ही सहयोग करे तो बीजों का सही उपयोग होगा वहीं इन बीजों से एक वृक्ष का निर्माण होगा जिससे पर्यावरण को बचाने में सहायता मिलेगी वहीं परिवार के लिए मेहमानों के घर पर एक अमिट स्मृति भी तैयार होगी उन्होंने बताया कि शादी 25 जून को होनी है अब तक 350 कार्ड बांटे जा चुके हैं तकरीबन 500 कार्ड बांटने की तैयारी की जा रही है सभी के लिए समान रूप से कार्ड में बीज भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रयोग के जरिए अगर उन्हें 25% भी सफलता मिलती है तो उनका यह प्रयोग सफल हो जाएगा एक शादी समारोह के जरिए अगर सवा सौ पेड़ भी तैयार होते हैं तो उनका मानना है कि यह प्रयोग पूरी तरीके से सफल होगा।


Conclusion:
Last Updated : Jun 24, 2019, 11:02 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.