राजनांदगांव: नाबालिग बलिका के लापता हुए पांच दिन बीत चुके हैं. वहीं डोंगरगांव पुलिस अबतक खाली हाथ है. पुलिस मामले को अपहण मानकर जांच नहीं कर रही है. जबकि परिजनों ने अपहरण की आशंका व्यक्त की है. पांच दिन बाद भी नाबालिग को डोंगरगांव पुलिस तलाश करने में नाकाम रही है. नाबालिग की मां ने रोते-बिखलते हुए ईटीवी भारत को बताया कि, लापता होने पर बेटी को कॉल किया तो मोबाइल बंद आ रहा है. शाम को नाबालिग का कॉल आया और रो-रोकर बताई की मम्मी मैं कहा हूं मुझे पता नहीं. मेरे साथ दो लड़की और दो लड़के हैं, मुझे बचा लो.फिर अचानक फोन में दूसरे लड़के की झगड़ने की आवाज के साथ कॉल कट गया. बस आखिरी बार अपनी बेटी की आवाज सुनकर थाने में इसकी जानकारी दी.
पुलिस बोली- घंटों बात करती थी नाबालिग
मामले में डोंगरगांव पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना कर रही है. पुलिस ने परिजनों को बताया कि नाबालिग के कॉल डिटेल से पता चला है कि वो घंटों बातें किया करती थी. मामले में थाना प्रभारी केपी मरकाम ने कहा कि गुमशुदा की तलाश की जा रही है. जैसे ही कोई सुराग मिलेगा पुलिस इस मामले का खुलासा करेगी.
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जानिए क्या है मामला
डोंगरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम खुर्सीपार में मंगलवार को नाबालिग साइकिल लेकर सुबह रानाखुज्जी के लिए निकली थी. काफी देर होने पर लड़की जब घर नहीं आई तो परिजनों ने लड़की की खोजबीन शुरू की. जिस रास्ते से होकर नाबालिग रानाखुज्जी के लिए निकली थी, उसी रास्ते में साइकिल मिली. परिजनों को ऐसा मंजर देख नाबालिग के अपहरण होने की आशंका हुई. इसके बाद उन्होंने डोंगरगांव थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी.