राजनांदगांव: शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां पाताल भैरवी मंदिर परिसर में जड़ी-बूटी युक्त खीर प्रसादी का वितरण किया (Distribution of medicated Kheer Prasad) गया. बड़ी संख्या में जड़ी-बूटी युक्त खीर प्रसादी श्रद्धालु लेने पहुंचे . इस दौरान श्वास,दमा और अस्थमा पीड़ितों को ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर समिति ने प्रसाद का वितरण किया . ये जड़ी बूटी युक्त खीर भक्तों को नि:शुल्क बांटी जाती है.
कब से चली आ रही परंपरा : राजनांदगांव शहर के मां पाताल भैरवी मंदिर परिसर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर मरीजों को जड़ी बूटी युक्त खीर प्रसादी का वितरण किया गया. मंदिर समिति बीते 23 साल से शरद पूर्णिमा पर औषधि युक्त खीर प्रसादी का वितरण कर रही (Kheer Prasad on sarad purnima Pataal Bhairavi ) है. कोविड-19 के कारण बीते 2 वर्षों से जड़ी-बूटी युक्त खीर का वितरण नहीं किया गया.वहीं इस बार शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां पाताल भैरवी मंदिर समिति द्वारा जनकल्याण के तहत दुर्लभ जड़ी बूटी पौराणिक मान्यताओं अनुसार एकत्रित कर जड़ी-बूटी युक्त प्रसादी तैयार कर श्वास,दमा और अस्थमा पीड़ित लोगों को ब्रह्म मुहूर्त में वितरण किया (Pataal Bhairavi Temple in Rajnandgaon ) गया.
कितने श्रद्धालुओं को बांटा गया खीर : बीती रात 12 बजे से सुबह तक जड़ी-बूटी युक्त खीर के वितरण का कार्यक्रम चलता रहा. जिसमें लगभग 15 हजार से भी अधिक लोगों ने जड़ी-बूटी युक्त खीर ग्रहण किया. मंदिर समिति द्वारा निशुल्क तौर पर जड़ी-बूटी युक्त खीर का वितरण किया जाता है.वहीं जड़ी बूटी युक्त की प्रसादी ग्रहण करने राजनांदगांव सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों व अन्य प्रदेशों से भी लोग जड़ी-बूटी युक्त प्रसाद ग्रहण करने राजनांदगांव पहुंचते हैं.
क्या है प्रसाद की मान्यता : इस बार भारी संख्या में लोगों ने जड़ी-बूटी युक्त प्रसाद ग्रहण किया. मान्यता है कि मां पाताल भैरवी मंदिर परिसर में शरद पूर्णिमा के दिन श्वास,दमा और अस्थमा पीड़ितों के लिए यह जड़ी बूटी युक्त खीर प्रदान किया जाता है. जिससे मरीजों को राहत मिलती है. कई मरीज इस जड़ी बूटी युक्त खीर को खाकर स्वस्थ हुए हैं. जन कल्याण के उद्देश्य से समिति नि:शुल्क तौर पर प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा के अवसर पर जड़ी-बूटी युक्त खीर वितरण करती है.Rajnandgaon latest news