राजनांदगांव: कोरोना वायरस के फैलने के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी के मंदिर में भक्तों के दर्शन पर रोक लगा दी है. जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में मंदिर परिसर में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया है. प्रशासन का मानना है कि मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ इकट्ठा होती है. ऐसे में कोरोना वायरस को फैलने से रोकना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी. इसलिए जिला प्रशासन ने डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
बता दें कि, इसके पहले जिला प्रशासन ने बैठक लेकर डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी मंदिर में प्रवेश के लिए व्यवस्था दी थी. इस व्यवस्था के तहत दर्शन करने पहुंचने वाले भक्तों को सबसे पहले अपना हेल्थ चेकअप कराना था. इसके बाद मास्क पहन के वह मंदिर परिसर में घूम सकते थे और मां बम्लेश्वरी के दर्शन कर सकते थे. लेकिन अब जिला प्रशासन ने अपने 2 दिन पहले के फैसले को पलटते हुए मंदिर परिसर में भक्तों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.
हर साल पहुंचते थे 5 लाख दर्शनार्थी
डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में हर साल नवरात्र के दौरान तकरीबन पांच लाख दर्शनार्थी माता रानी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इसमें तकरीबन दो लाख से अधिक लोग पदयात्रा करते हुए मंदिर परिसर पहुंचते हैं. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार पूरी तरीके से मंदिर परिसर में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. नवरात्र के दौरान यहां पर भक्तों का रेला लगने से यहां कारोबार भी बेहतर होता रहा है, लेकिन इस बार प्रशासन की रोक के चलते काफी कुछ बदलाव आएगा.
खुले रहेंगे मंदिर के पट
जानकारी के अनुसार मंदिर ट्रस्ट के लोगों का कहना है कि, मंदिर परिसर खुला रहेगा. वहीं माता रानी की आरती भी नियमित रूप से जारी रहेगी. हालांकि भक्तों के दर्शन को लेकर के रोक लगाई गई है. लेकिन समिति के सदस्य मंदिर परिसर में मौजूद रहेंगे. इसके पहले ही प्रशासन ने आसपास के 50 गांव के लोगों के साथ बैठक करके इस साल नवरात्र में मंदिर परिसर में एकत्र ना होने को लेकर के अपील की है.