राजनांदगांव: जिला अस्पताल में उपचार कराने पहुंचने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल जिला अस्पताल की डिजिटल एक्सरे मशीन और नॉर्मल एक्सरे मशीन पिछले 20 दिनों से खराब है. मरीजों को मजबूरन निजी सेंटरों का रुख करना पड़ रहा है. जहां जांच के लिए मरीजों से दो से तीन गुना ज्यादा शुल्क चुकाना पड़ रहा है. जिले भर से लोग जिला अस्पताल अपना इलाज कराने पहुंचते हैं. यहां सामान्य एक्सरे 50 से 100 रुपए तो डिजिटल एक्सरे 100 से 200 रुपए में होने से लोगों को बड़ी राहत थी. मगर पिछले 20 दिनों से मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है. हालांकि प्रबंधन ने जल्द व्यवस्था सुधारने की बात कही है.
डॉक्टर ने कही ये बात: इस मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि "मशीन बहुत पुरानी है लगभग 10 साल होने को आई है, जिसके कारण मशीनें खराब हुई हैं. नई मशीन के लिए हमने प्रशासन को लिखा है. जल्दी नया मशीन मिल जाएगी. नॉर्मल एक्सरे की मरम्मत का काम चल रहा है. अपना इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 20 दिनों से मशीन के बंद होने से परेशानी उठानी पड़ रही है."
लोगों को हो रही असुविधा: जिलेभर से लोग स्वास्थ्य सुविधा लेने जिला अस्पताल पहुंचते हैं. खासकर गरीब तबके के लोग निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लेने यहां आते हैं. लेकिन एक्सरे मशीन के बंद होने की वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरन उन्हें निजी सेंटरों में जाकर एक्स-रे जांच करानी पड़ रही है. निजी केंद्रों में सामान्य एक्सरे 100 से 200 तो डिजिटल 200 से 400 रुपए में होता है. ऐसे में लोगों को दो से तीन गुना ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है.