राजनांदगांव: राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में दो साल बाद नवरात्र की रौनक देखने को मिली. एक बार फिर दूर-दूर से श्रद्धालु मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने पहुंचे. चैत्र नवरात्र के पहले दिन काफी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. 7151 ज्योति कलश की स्थापना की गई है. (Crowd in Dongargarh after two years)
मां बम्लेश्वरी मंदिर में भक्तों की भीड़: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. आज नवरात्र का दूसरा दिन है. नवरात्र में लाखों लोग डोंगरगढ़ पहुंचते हैं. ना सिर्फ प्रदेश से बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी लोग मां का आशीर्वाद लेने यहां आते हैं. नवरात्रि के 9 दिन हर रोज माता राजनी की विशेष पूजा अर्चना होती है. पहाड़ों पर विराजी मां बमलेश्वरी मां के मंदिर में मेरिका,कनाडा और दूसरे देशों के श्रद्धालु भी मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करवाते हैं.
राहु-केतु का राशि परिवर्तन, 18 साल बाद मेष और तुला में करेंगे गोचर
चैत्र नवरात्रि 2022 का पहला दिन: डोंगरगढ़ को प्राचीन काल में आवती नगरी के नाम से जाना जाता था. माता रानी की विशेष पूजा-अर्चना क्षेत्र के राजाओं और राजा विक्रमादित्य के द्वारा भी किया जाता था. मां बमलेश्वरी कई राजाओं की कुलदेवी बनी. मां बम्लेश्वरी बगलामुखी के रूप में भी जानी जाती हैं. डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी का मंदिर 1600 फिट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है. माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु करीब 1000 सीढ़ियां चढ़कर मां के मंदिर पहुंचते हैं. मंदिर तक जाने के लिए रोपवे की भी सुविधा है.