राजनांदगांव : कोरोना काल के बीच अस्पतालों में चिकित्सकीय व्यवस्था डगमगा गई है. वहीं दूसरी बीमारियों का भी इलाज प्रभावित हो रहा है. खासतौर पर प्रसव कराने अस्पताल पहुंचने वाली महिलाओं को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है. ऐसे कई मामले सामने आ चुके है, जिसमें प्रसूता ने अस्पताल की दहलीज पर ही बच्चें को जन्म दिया है, लेकिन इस कोरोना महामारी के बीच शहर के सिविल अस्पताल में चिकित्सकीय टीम ने पहली बार कोरोना पॉजिटिव महिला का सफलतापूर्वक प्रसव कराया है.
बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन ने बताया कि विचारपुर नवागांव की रहने वाली देवकी देशलहरे को प्रसव के लिए सिविल अस्पताल लाया गया था, लेकिन प्रसव से पहले महिला का कोरोना टेस्ट कराया गया. जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. जिसके बाद अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति वैष्णव सहित स्टाफ नर्स पूर्णिमा ठाकुर और धनेश्वरी कुम्हार ने रात के तकरीबन 10:20 बजे महिला का सफलतापूर्वक प्रसव कराया. जिसमें एक स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ.
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डॉक्टरों ने दिखाया साहस
कोरोना काल में राजनांदगांव में यह पहला मामला है, जहां कोरोना पॉजिटिव महिला की डिलीवरी कराई गई है. सिविल अस्पताल में पहली बार किलकारी गूंजी है, जिसे लेकर पूरा सिविल अस्पताल स्टाफ खुश है. मंगलवार की सुबह प्रसव के बाद सामान्य प्रक्रिया के अंतर्गत टीकाकरण स्टाफ नर्स मंजू कामड़े और निशा कपूर ने मां और बच्ची दोनों को टीका लगाया गया. इस केस को लेकर जिस तरह डॉक्टरों की टीम ने साहस दिखाया और कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव कराया है.