राजनांदगांव: कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण इस बार मां बम्लेश्वरी के भक्तों का उत्साह कम हो गया है. चैत्र नवरात के बाद क्वॉर नवरात्र पर भी डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर मनाही हो गई है. इसके चलते दर्शनार्थियों के उत्साह पर सीधा फर्क पड़ रहा हैं. दूसरी ओर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगने का सीधा असर ज्योति कलश की संख्या पर भी पड़ रहा है. पिछले साल के मुकाबले इस बार आधे ही ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जाने की संभावना है.
नवरात्रि मेले पर रोक
डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी के मंदिर में पिछले साल तकरीबन 7 हजार से अधिक ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए थे, लेकिन इस बार इससे आधे की ही उम्मीद की जा रही है. वहीं इस बार नवरात्रि मेले को भी पूरी तरीके से स्थगित कर दिया गया है. पिछले बार अप्रैल माह में चैत्र नवरात्र पर कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया था और 6 महीने बाद भी क्वॉर नवरात्रि पर ऐसा करना पड़ रहा है इसके चलते दर्शनार्थियों का उत्साह कम हुआ है.
पिछले साल तकरीबन 7 हजार ज्योति कलश प्रचलित किए गए थे, लेकिन इस बार इनकी संख्या में तकरीबन 50% की कमी आ रही है. मां बम्लेश्वरी के मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर्व पर ऊपर मंदिर में 5 हजार 111 और नीचे मंदिर में 7 सौ 13 और शीतला माता मंदिर में 48 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए थे, लेकिन अब इनकी संख्या तकरीबन 50% तक कम होने जा रही है इसके चलते माना जा रहा है कि इस बार दर्शनार्थियों का उत्साह कम हो गया हैं.
बड़ी संख्या में आते थे पदयात्री
मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में पदयात्री आसपास के इलाकों से पैदल चलकर आते थे, लेकिन इस बार दर्शनार्थियों और पद यात्रियों को मंदिर परिसर में रोक के कारण मायूस होना पड़ रहा है, कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है यही कारण है कि अब तक संक्रमण को हर तरीके से रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं और इनमें से नवरात्रि मेले पर रोक लगाना भी एक बड़ा कदम माना जा रहा है.