राजनांदगांव: 3 महीने से वेतन के लिए भटक रहे सफाई कर्मचारियों ने अब मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को सफाई कर्मचारियों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ठेके पर करीब 36 से अधिक सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं. इन कर्मचारियों को करीब 3 महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. कर्मचारी लगातार इस मामले को लेकर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन से मांग कर रहे हैं कि उन्हें वेतन का भुगतान किया जाए. मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक प्रदीप बैग ने भी इस मामले में साफ तौर पर पल्ला झाड़ लिया है. इस वजह से सफाई कर्मचारी अब आंदोलन की राह अपनाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं. बुधवार को कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया है और वेतन भुगतान किए जाने की मांग रखी है.
'कर्मचारियों पर बनाया जाता है दबाव'
सफाई कर्मचारी संगठन से जुड़ी सुलोचना यादव का कहना है कि '3 महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन इस मामले को लेकर शिकायत करने पर नौकरी से निकालने की धमकी दे रहा है. ऐसी स्थिति में सफाई कर्मचारियों के परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. जिसके चलते उन्हें कर्ज लेकर जीवन यापन करना पड़ रहा है.'
मिल रहे केवल 6500 रुपए
मनोज खांडेकर का कहना है कि '6500 रुपये ही वेतन के रूप में मिलता है. जबकि 8500 रुपये का वेतन बनता है. मेटास कंपनी सफाई कर्मचारियों का ठेका संभाल रही है, लेकिन वेतन देने के नाम में लगातार कोताही कर रही है. अगर स्थिति ऐसी रही तो उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि वह हड़ताल पर रहेंगे और अन्य किसी भी कर्मचारी को काम करने भी नहीं देंगे'.