राजनांदगांव: कोरोना वायरस के चलते इस बार गणेश उत्सव के आयोजनों में भी कई बदलाव हुए हैं. समितियों को भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन डोंगरगांव ब्लॉक के मटिया में रहने वाले 12 साल के लक्ष्मीनारायण ने गणेश उत्सव के इस उत्साह को कम नहीं होने दिया. अपने तीन भाइयों के साथ मिल कर लक्ष्मीनारायण ने खुद से ही गणेश भगवान की मूर्ति तैयार की. अब वे इस उत्सव को पूरे धूमधाम से मना रहे हैं.
लक्ष्मीनारायण के घर में मां और तीन भाई रहते हैं. बड़े पिताजी और उनका परिवार भी रोजी मजदूरी पर निर्भर है. इसके चलते परिवार हैदराबाद जाकर रोजी-रोटी के लिए मशक्कत करता है. कोरोना वायरस के चलते अब सब कुछ बदल चुका है. लक्ष्मीनारायण के पास मूर्ति खरीदने तक के पैसे नहीं थे. ऐसी स्थिति में लक्ष्मीनारायण ने अपने और अपने भाइयों का उत्साह कम होने नहीं दिया. खुद मिट्टी से प्रतिमा तैयार कर पूरी सजावट के साथ गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित कराई. लक्ष्मीनारायण ने बताया कि इस काम के लिए उनके दोनों भाइयों ने सहयोग किया. उन्होंने खेत की मिट्टी लाकर प्रतिमा तैयार की.
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बचत के पैसों से तैयार की मूर्ति
ETV भारत से चर्चा करते हुए लक्ष्मीनारायण ने बताया कि गणेश उत्सव के आयोजन को लेकर सभी भाइयों के मन में उत्साह था, लेकिन पैसों की कमी आड़े आ रही थी. इसलिए उन्होंने खुद से ही गणेश प्रतिमा तैयार की और अपने जेब खर्च से बचाए पैसों से मूर्ति को सजाया. मूर्ति तैयार कर उसकी विधिवत स्थापना कराई गई. उनका कहना है कि उत्सव के अंतिम दिन हवन की तैयारी भी की जा रही है. इसके बाद मूर्ति का विधिवत विसर्जन किया जाएगा.
दोस्त के लिए भी बनाई मूर्ति
गणेश प्रतिमा की स्थापना के बाद पूरे मोहल्ले में उत्साह का माहौल है. आसपास के लोग भी गणेश स्थापना के बाद से पूजा अर्चना में शामिल हो रहे हैं. खासकर बच्चों में गणेश उत्सव को लेकर उत्साह का माहौल है. लक्ष्मीनारायण निषाद ने बताया कि गांव में उनके एक मित्र के सामने भी ऐसी ही समस्या थी. तो लक्ष्मीनारायण ने अपने दोस्त के लिए भी एक मूर्ति बनाई.