राजनांदगांव: जम्मू-कश्मीर में शहीद जवान दीनदयाल भूआर्य की पार्थिव देह उनके गांव मानपुर के जबकसा पहुंची. तिरंगे में लिपटे और ताबूत में बंद जवान का पार्थिव शरीर जैसे ही उसके घर पहुंचा, जवान की पत्नी बेहोश हो गई.
जवान की मृत्यु की जानकारी उसकी पत्नी को नहीं दी गई थी. पुलिस के जवान भारत मां के वीर सपूत का शव लेकर उसके गांव पहुंचे, तो कुछ पल के लिए दीनदयाल की पत्नी को विश्वास ही नहीं हुआ कि उसका पति अब इस दुनिया में नहीं रहा. जैसे-तैसे परिवार के लोगों ने जवान की पत्नी को संभाला.
पुलिस से मिली जानकारी ड्यूटी के दौरान सड़क दुर्घटना में जम्मू कश्मीर में तैनात SSB के जवान दीनदयाल भूआर्य का निधन हो गया था. जवान के शव को बुधवार सुबह पुस्तैनी निवास जबकसा लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया.
सड़क दुर्घटना में हुई मौत
मिली जानकारी के मुताबिक जवान अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में रहता था. सड़क दुर्घटना में दीनदयाल की मौत होने पर उसके शव को हवाई जहाज से मंगलवार की सुबह रायपुर लाया गया. पैतृक गांव में गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद
अंतिम विदाई दी गई.
जवान के अंतिम संस्कार में एसएसबी जम्मू-कश्मीर के कमांडेट सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान नक्सल आपरेशन एसडीओपी नरेश एरेवार, मानपुर एसडीओपी संदीप मित्तल, थाना प्रभारी आदित्य ठाकुर सहित जबकसा और आसपास गांव के ग्रामीण और स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में मौजूद थे. इसके अलावा मानपुर जनपद CEO, तहसीलदार और अन्य अधिकारी भी शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.