राजनांदगांव: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने सोमवार को शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय की समस्याओं और 3 सूत्री मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया है. छात्रों ने अपना आक्रोश दिखाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है.
शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में प्रोफेसर्स की कमी, छात्रों के रहने के लिए छात्रावास का निर्माण सही समय पर न होना और दो साल से छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं दिए जाने को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने तकरीबन एक घंटे तक छात्रों ने धरना प्रदर्शन भी किया. छात्रों के प्रतिनिधि मंडल ने इस विषय पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया है. जिस पर कलेक्टर ने छात्रों की समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया है.
न छात्रवृत्ति मिली न छात्रावास भवन बना
छात्रों का कहना है कि शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में 2 साल से छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई है. इसकी वजह से छात्रों की अध्यापन व्यवस्था डगमगा गई है. इस बारे में कई बार प्राचार्य से शिकायत भी की गई है. बावजूद इसके कॉलेज प्रबंधन इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
छात्रों ने बताया कि पिछले 2 साल से छात्रावास भवन का निर्माण अटका हुआ है जिसकी वजह से वो परेशान हो रहे हैं. छात्रों ने बताया कि वे आदिवासी वनांचल क्षेत्र मोहला मानपुर से उच्च शिक्षा लेने राजनांदगांव आए हैं, लेकिन छात्रावास भवन न होने के कारण उन्हें शहर में किराए का मकान लेकर रहना पड़ रहा है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है.
टीचर नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित
ABVP के नगर मंत्री मेहुल जाटव ने बताया कि महाविद्यालय में प्रोफेसर्स के 94 पद स्वीकृत हैं, लेकिन महाविद्यालय में केवल 56 प्राध्यापक ही कार्यरत हैं शेष पर प्रोफेसर्स की नियुक्ति प्रबंधन अब तक नहीं कर पाई है. इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है.